जबलपुर। जनपद में वेटरनरी छात्रों की हड़ताल का बुधवार को तीसरा दिन रहा. नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के करीब 350 छात्र इंटर्नशिप स्टाइपेंड में बढ़ोतरी और पशु शल्य चिकित्सक के पदों की संख्या बढ़ाने जैसी विभिन्न मांगों को लेकर आज भी आंदोलन कर रहे है. आपको बता दें कि बुधवार को वेटरनरी मेडिकल छात्रों ने जबलपुर के पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के गेट पर ताला लगाकर सैकड़ों की संख्या में धरना दिया और अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की. आक्रोशित छात्र और छात्राओं का आरोप है कि इंटर्नशिप स्टाइपेंड के रूप में उन्हें महज 4600 दिए जाते हैं जोकि मनरेगा के मजदूरों से भी काफी कम है. डॉक्टरी पेशा होने के बावजूद भी उन्हें इतनी कम राशि स्टाइपेंड के रूप में मिल रही है, जिससे उनका गुजारा करना भी मुश्किल हो रहा है.
प्रदर्शनकारियों ने दिया पशु गणना का हवालाः प्रदर्शनकारियों ने हाल ही में हुए पशु गणना का हवाला देते हुए कहा है कि प्रदेश में जिस तादाद में पशुओं की संख्या बढ़ी है. उसके अनुपात में पशु शल्य चिकित्सकों के मौजूदा पद मात्र 1671 हैं. जबकि शासन के नियमों के मुताबिक 5000 पशुओं पर एक पशु चिकित्सक का होना जरूरी है. बावजूद इसके सरकार नियमों की न केवल अनदेखी कर रही है, बल्कि पशु चिकित्सकों को उनका वाजिब हक भी नहीं दे रही है. वेटरनरी के छात्रों ने पशु शल्य चिकित्सकों के पदों की संख्या बढ़ाने के साथ ही हर साल भर्तियां निकालकर प्रक्रिया पूरी करने की भी मांग की है.
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मांगें पूरी न होने तक जारी रहेगा प्रदर्शनः छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. इधर छात्रों की हड़ताल की वजह से अस्पताल में काम ठप पड़ा हुआ है. अपने जानवरों को लेकर जो पशु प्रेमी अस्पताल पहुंच रहे हैं, उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.