जबलपुर। कोरोना महामारी के बीच अब डेंगू भी लोगों का सिरदर्द बन गया है. जबलपुर में शुरू के 6 महीनों में डेंगू के सिर्फ 6 मरीज मिले थे, लेकिन पिछले 25 दिनों में जबलपुर में तेजी से डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ी. अब तक जिले में कुल 104 मरीज मिल चुके हैं. दो पुलिस अधिकारी भी इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं. जिले में अब डेंगू की रोकथाम के लिए जिला मलेरिया विभाग ने बुखार से पीड़ित प्रत्येक मरीज की डेंगू जांच शुरू कर दी है. यह सुविधा जिला मलेरिया अस्पताल में भी शुरू की गई है.
दो पुलिस अधिकारियों को हुआ डेंगू
शहर में रांझी, दमोह नाका, लाल मिट्टी, सिंधी कैंप में डेंगू के सर्वाधिक मरीज सामने आए हैं. रांझी में तो डेंगू की बीमारी में बेतहाशा वृद्धि हुई है. रांझी सीएसपी एम.पी प्रजापति और थाना प्रभारी आर.के मालिया भी डेंगू की चपेट में आ गए हैं. डेंगू से पीड़ित मरीजों की जांच में खून में प्लेटलेट्स की मात्रा कम मिल रही है. जिनमें से कई मरीजों की डेंगू रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है, हालांकि बुखार के 10 में से तीन-चार मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है.
जबलपुर में कराया जा रहा सर्वे
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मलेरिया विभाग द्वारा सर्वे कराया जा रहा है. सर्वे के दौरान कई घरों में डेंगू मच्छरों के लारवा मिले हैं. मलेरिया विभाग के अधिकारियों का कहना है कि घरों में रखे कूलर, गमले, फ्रिज के कंटेनर आदि में लारवा मिल रहे हैं.
जबलपुर में यह है बीमारियों की स्थिति
वर्ष | मलेरिया | डेंगू | चिकिनगुनिया |
2018 | 230 | 825 | 1545 |
2019 | 94 | 393 | 239 |
2020 | 35 | 39 | 34 |
2021 | 07 | 104 | 08 |
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यह होते है डेंगू के लक्षण
व्यक्ति को तेज बुखार आना, गंभीर सिर दर्द होना, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होना, घबराहट, उल्टी होना और नाक और मसूड़ों से खून बहना, यह सभी डेंगू के लक्षण हैं. डेंगू का यह संक्रमण 2 से 6 दिन बाद सामने आता है. यह बीमारी एडीज मच्छरों के काटने से होती है. वहीं चिकनगुनिया के लक्षण भी डेंगू जैसे ही होते हैं, यह बीमारी भी एडीज मच्छरों के काटने से होती है. चिकनगुनिया के मच्छर आमतौर पर दिन में काटते हैं, समय पर इलाज न मिलने से मरीजों को आंखों को बीमारी हो सकती है.