ETV Bharat / state

महामारी में रिश्ते हुए 'संक्रमित'! जबलपुर में लॉकडाउन में हुई 14 हजार शादी, 6 हजार टूटने की कगार पर

जबलपुर में कोरोना काल में कुल 14 हजार शादियां हुई हैं, जिनमें सेे करीब 6 हजार शादियां टूटने की कगार पर है. पुलिस परिवार परामर्श केंद्र की तरफ से ये आंकड़े पेश किए गए हैं.

marriages in corona
महामारी में रिश्ते हुए 'संक्रमित'!
author img

By

Published : Aug 1, 2021, 10:51 PM IST

जबलपुर। पुलिस परिवार परामर्श केंद्र की तरफ से चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए गए हैं. जिसके मुताबिक, जबलपुर में कोरोना काल में लगभग 14 हजार शादियां हुईं, जिनमें से लगभग 6 हजार नए विवाहित जोड़े अब थाने और कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं. ये 6 हजार शादियां टूटने की कगार पर हैं. काउंसलर डॉ.अंशुमान शुक्ला ने बताया कि इसका मुख्य कारण कोरोना काल में आई आर्थिक मंदी है.

काउंसलर का कहना है कि लॉकडाउन में लोगों का रोजगार और व्यापार चौपट हो गया. किसी तरह आम इंसान अपनी जिंदगी बचा पाया है, वहीं दूसरी तरफ इन आर्थिक समस्याओं को नजरअंदाज कर जब लोगों ने शादियां की तो उसके बाद नव-विवाहितों के सपने पूरे नहीं हुए, बल्कि उनपर और परिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ती गईं.

पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आई शिकायतों में देखा गया है कि जब लड़की अपने पति की आर्थिक तंगी से नाराज हुईं तो सास-ससुर और परिवार के अन्य सदस्य भी उसे खटकने लगे और पति-पत्नी के बीच कलह बढ़ती गई. जो पुलिस थाने और परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंच गई. ऐसी स्थिति में परिवार परामर्श केंद्र अपनी ओर से परिवार के सदस्यों को समझाइश देकर घर टूटने से बचाने का प्रयास कर रहा है. साथ ही युवाओं को यह सलाह दी जा रही है कि जब तक वे आर्थिक रूप से अच्छी तरह मजबूत न हो जाएं तब तक शादी न करें.

महामारी में रिश्ते हुए 'संक्रमित'!

हादसे को 'दावत' देती छलांग, 100 फीट ऊपर से सिंध नदी में कूद रहे युवा, देखें वीडियो

वहीं युवतियों को सलाह दी जा रही है कि वे परिस्थितियों को देखकर ही अपनी इच्छाओं को जाहिर करें और यदि फिर भी वे पूरी ना हों तो सब्र रखें. क्योंकि पुलिस या कोर्ट में मामला जाने के बाद किसी भी परिस्थिति में समस्याओं का समाधान नहीं होगा लेकिन पारिवारिक रिश्ते खराब जरूर हो जाएंगे.

जबलपुर। पुलिस परिवार परामर्श केंद्र की तरफ से चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए गए हैं. जिसके मुताबिक, जबलपुर में कोरोना काल में लगभग 14 हजार शादियां हुईं, जिनमें से लगभग 6 हजार नए विवाहित जोड़े अब थाने और कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं. ये 6 हजार शादियां टूटने की कगार पर हैं. काउंसलर डॉ.अंशुमान शुक्ला ने बताया कि इसका मुख्य कारण कोरोना काल में आई आर्थिक मंदी है.

काउंसलर का कहना है कि लॉकडाउन में लोगों का रोजगार और व्यापार चौपट हो गया. किसी तरह आम इंसान अपनी जिंदगी बचा पाया है, वहीं दूसरी तरफ इन आर्थिक समस्याओं को नजरअंदाज कर जब लोगों ने शादियां की तो उसके बाद नव-विवाहितों के सपने पूरे नहीं हुए, बल्कि उनपर और परिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ती गईं.

पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आई शिकायतों में देखा गया है कि जब लड़की अपने पति की आर्थिक तंगी से नाराज हुईं तो सास-ससुर और परिवार के अन्य सदस्य भी उसे खटकने लगे और पति-पत्नी के बीच कलह बढ़ती गई. जो पुलिस थाने और परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंच गई. ऐसी स्थिति में परिवार परामर्श केंद्र अपनी ओर से परिवार के सदस्यों को समझाइश देकर घर टूटने से बचाने का प्रयास कर रहा है. साथ ही युवाओं को यह सलाह दी जा रही है कि जब तक वे आर्थिक रूप से अच्छी तरह मजबूत न हो जाएं तब तक शादी न करें.

महामारी में रिश्ते हुए 'संक्रमित'!

हादसे को 'दावत' देती छलांग, 100 फीट ऊपर से सिंध नदी में कूद रहे युवा, देखें वीडियो

वहीं युवतियों को सलाह दी जा रही है कि वे परिस्थितियों को देखकर ही अपनी इच्छाओं को जाहिर करें और यदि फिर भी वे पूरी ना हों तो सब्र रखें. क्योंकि पुलिस या कोर्ट में मामला जाने के बाद किसी भी परिस्थिति में समस्याओं का समाधान नहीं होगा लेकिन पारिवारिक रिश्ते खराब जरूर हो जाएंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.