जबलपुर। दमोह से बड़ी खबर आ रही है. दरअसल दमोह के सिगोनी रेंज में शनिवार की सुबह एक नर तेंदुआ पडरी गाँव के करीब पहुंच गया. तेंदुए (Leopard died in Damoh) को देखकर ग्रामीण भयभीत हो गए और वन विभाग को सूचित किया. वन विभाग की टीम ने घेराबंदी की और चारों तरफ वनरक्षक तैनात कर दिए. करीब दो घंटे चली तलाशी के बाद तेंदुआ वन विभाग के एक चौकीदार को दिखा, लेकिन जैसे ही चौकीदार ने उस पर जाल फेंकने का प्रयास किया तेंदुए ने हमला कर दिया. वन अमले और ग्रामीणों ने चौकीदार को तेंदुए से बचाया, लेकिन सिर में पंजा लगने के कारण चौकीदार घायल होकर गिर गया, जिसे तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया.
Bandhavgarh Tiger Reserve में नहीं रुक रहा तेंदुओं की मौत का सिलसिला, November में 4 की मौत
ऑक्सीजन न मिलने से तेंदुए की मौत: इसी बीच एक टीम को कुछ ही दूरी पर तेंदुआ अचेत हालत में पड़ा दिखा, घायल तेंदुए को DFO दमोह महेन्द्र सिंह उईके, रेंजर अखिलेश चौहान और स्थानीय डॉक्टरों की टीम एम्बूलेंस से जबलपुर वेटरनरी विवि के स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक लैब के लिए लेकर निकली, लेकिन रास्ते में ही तेंदुए ने दम तोड़ दिया. देर रात तेंदुए का शव जबलपुर पहुंचा जिसका रविवार सुबह डॉक्टरों और छात्र-छात्राओं की मौजूदगी में पीएम किया गया. प्रारंभिक पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण रेस्पिरेटरी फेल्योर लंग्स में पर्याप्त ऑक्सीजन न पहुंचना होना पाया गया है.
तेंदुओं के मूवमेंट से ग्रामीणों में दहशत: इधर बरगी के मंगेली गांव से लगे नर्मदा तट के किनारे रविवार की सुबह 7 बजे तेंदुए का परिवार घूमता हुआ दिखाई दिया. नर-मादा तेंदुओं के साथ तीन नन्हें शावक भी थे, करीब एक घंटे तक तेंदुए का परिवार नदी के किनारे घूमने के बाद खुले मैदान में धूप सेंकता रहा. तेंदुओं का मूवमेंट होने से गांव में दहशत का माहौल बन गया है, जिसको लेकर लोग सतर्क हो गए हैं.