जबलपुर। जिलाधिकारी ने रविवार को शहर के निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक की है. इस बैठक में जबलपुर से विधायक और मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री तरुण भनोट भी पहुंचे थे. इस दौरान तरुण भनोट ने जिला प्रशासन को कोरोना वायरस के कारण जिले की बिगड़ती हालत को लेकर आड़े हाथों लिया और जिला प्रशासन को खरी-खोटी सुनाई.
- विधायक तरुण भनोट के आरोप
मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए एक 10 सदस्यीय टीम बनाई है. इसमें जबलपुर से डॉक्टर जितेंद्र जामदार को भी शामिल किया गया है, जो बीजेपी के सदस्य भी हैं और वही इस मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे. मीटिंग में विधायक तरुण भनोट और डॉक्टर जामदार के बीच तीखी बहस हुई है. जिसके बाद तरुण भनोट ने आरोप लगाया की जबलपुर की बिगड़ती व्यवस्था के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है.
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- जबलपुर में ऑक्सीजन की भारी कमी
जिले में स्वास्थ्य की बिगड़ती हालत को देखते हुए कांग्रेस नेता का कहना है कि जबलपुर में ऑक्सीजन की भारी कमी है और इसकी वजह से कई मरीजों की जान जा रही है. इसलिए उन्होंने अपने पैसे लगाकर 32 टन ऑक्सीजन दिलवाई है जो जबलपुर के मरीजों को मुफ्त में बांटी जाएगी. तरुण भनोट ने आगे कहा कि इसके लिए वह अपनी जेब से 5 लाख दे रहे हैं और वह लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह मदद के लिए आगे आएं.