जबलपुर. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और पुलिस के बीच हुई उमरिया की झड़प के बाद आदिवासी नेता और भारतीय जनता पार्टी से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं को उग्रवादी कहा है. फगगन सिंह ने कहा- "उन्होंने भी आदिवासियों के मुद्दों पर राजनीति की है, लेकिन कभी टकराव की स्थिति नहीं बनने दी. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी गलत तरीके से अपने मुद्दे उठा रही है. इससे आदिवासी समाज का भला होने वाला नहीं है.
बता दें, मंडल के निवास विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने मंडला लोकसभा के सांसद फग्गन कुलस्ते को विधानसभा का उम्मीदवार बनाया है. फग्गन सिंह कुलस्ते सात बार सांसद रह चुके हैं और अभी केंद्र सरकार में इस्पात मंत्री हैं.
टिकट मिलने पर क्या बोले: कुलस्ते ने कहा, "पार्टी ने जो फैसला लिया है, वह उसका पालन करेंगे. विधानसभा चुनाव पूरी तैयारी से लड़ेंगे. निवास विधानसभा हमेशा ही भारतीय जनता पार्टी की रही है. निवास विधानसभा से पिछले तीन चुनाव रामप्यारे कुलस्ते ने जीते थे. वे उनके छोटे भाई हैं, लेकिन 2018 के चुनाव में यहां संजीव यूईके ने रामप्यारे कुलहस्ते को हरा दिया था. इसके बाद से भारतीय जनता पार्टी की यह परंपरागत सीट फिलहाल कांग्रेस के पास में है."
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आसानी से जीतेंगे चुनाव: फग्गन सिंह कुलसते का कहना है कि वे आसानी से यह चुनाव जीत जाएंगे. भारतीय जनता पार्टी ने बीते 5 सालों में आदिवासियों के लिए बहुत काम किया है. 2018 के समय उनका मानना है कि पार्टी से और तत्कालीन प्रदेश सरकार से चूक हुई थी. आदिवासियों के मुद्दे पर 2018 में बीजेपी सतर्क नहीं थी. इसका फायदा कांग्रेस ने उठाया और किसने और आदिवासियों के मुद्दों को जनता के सामने रखने में सफल हुए थे. इसीलिए उन्हें जीत मिली थी लेकिन उसे हार से भारतीय जनता पार्टी ने सीख ली थी और बीते 5 साल में अपनी यह गलती सुधार ली है.