जबलपुर। समदड़िया मॉल में धर्म सेना नाम के हिंदू संगठन ने जमकर हंगामा मचाया और एक फैशन शो को बंद करवा दिया. दरअसल समदड़िया मॉल में एक फैशन और मेकअप शो का आयोजन किया गया था. धर्म सेना का आरोप है कि यह शो मुस्लिम लड़कों द्वारा आयोजित किया गया जिसमें एक भी मुस्लिम लड़की नहीं थी और जिन हिंदू लड़कियों को यहां फैशन शो में बुलाया गया था उनसे ₹2000 प्रति एंट्री फीस ली गई थी. हिंदू धर्म सेना की महिलाओं का कहना है की ऐसे ही आयोजनों से लव जिहाद के मामले पनपते हैं.
समदड़िया मॉल में धर्म सेना ने किया हंगामा: जबलपुर के समदड़िया मॉल में अचानक धर्म सेना के 50 से ज्यादा कार्यकर्ता पुलिस के साथ पहुंचे. इन कार्यकर्ताओं के साथ कुछ महिला कार्यकर्ता भी थीं. इन लोगों का आरोप है कि समदड़िया मॉल में एक फैशन शो का आयोजन किया गया, जिसका प्रचार प्रसार सोशल मीडिया पर किया जा रहा था और इसमें हर एक एंट्री पर ₹2000 भी लिया गया.
हिंदू लड़कियों से फैशन शो करवाने का आरोप: धर्म सेना की महिला कार्यकर्ताओं का आरोप है कि ''रैंप पर हिंदू लड़कियों के साथ मुस्लिम लड़कों को चलाया जा रहा था.'' वहीं, धर्म सेना की महिला कार्यकर्ता लता ठाकुर का आरोप है कि ''ऐसे ही आयोजनों से मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों के संपर्क में आते हैं. इसके बाद इनके परिणाम लव जिहाद के रूप में सामने आते हैं.'' आरोप है कि मुस्लिम युवक केवल हिंदू लड़कियों से फैशन शो करवा रहे थे. 50 से ज्यादा लड़कियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और एक भी मुस्लिम लड़की इस फैशन शो में नहीं आई थी.
आयोजक बोला-लड़कियों को मेकअप सिखा रहे थे: धर्म सेना की आपत्ति के बाद मुस्लिम आयोजक लड़के मौके से फरार हो गए. इनमें से एक आयोजक जिसका नाम सचिन गुप्ता बताया गया है, वह अंत तक रुका रहा और धर्म सेना के कार्यकर्ताओं से हंगामा न करने की अपील करता रहा. लेकिन धर्म सेना के कार्यकर्ताओं ने फैशन शो बंद करवा कर लड़कियों को घर जाने के लिए विवश कर दिया. सचिन गुप्ता का कहना था कि ''वह लड़कियों को मेकअप सिखा रहे थे ताकि लड़कियां खुद सीख कर अपना व्यापार कर सकें.''
'द केरल स्टोरी' के बाद बढ़े लव जिहाद केस: 'द केरल स्टोरी' के बाद जबलपुर में संभवत एक भी दिन ऐसा नहीं बीता होगा जब लव जिहाद से जुड़ा हुआ कोई ना कोई मुद्दा सामने आया हो. जब से यह फिल्म लोगों को दिखाई गई है तब से रोज ही लव जिहाद से जुड़े हुए मामले सामने आ रहे हैं. इनमें से कुछ मामले ऐसे लगते हैं कि जिन में सचमुच में लड़की के साथ ज्यादती की गई है, लेकिन कुछ मामलों को जबरन तूल भी दिया गया है.