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Jabalpur News : मांग में सिंदूर, विवाह साबित करने के लिए दो शपथ पत्र, फिर भी कलेक्टर ने शादी को माना शून्य, आखिर क्या है वजह

जबलपुर जिला कलेक्टोरेट में एक महिला को विवाहिता साबित कर उसे शासन की ओर से दिए गए लाभ को शून्य घोषित कराने की मांग की गई. एक अन्य महिला ने कलेक्टर न्यायालय में दावा किया कि उसका दोबारा विवाह हो चुका है. उसने इसके लिए एक पुरोहित को भी न्यायालय में प्रस्तुत किया, जिसने गवाही दी कि उसने संबंधित महिला का विवाह कराया है. इसके लिए फरियादी और पुरोहित दोनों ने न्यायालय के समक्ष शपथ पत्र भी दिए, लेकिन कलेक्टर न्यायालय ने उनको खारिज करते हुए प्रतिवादी महिला को विवाहित मानने से इंकार कर दिया. (jabalpur Collector decision) (Rejected affidavits) (Case of widow woman)

jabalpur Collector decision
मांग में सिंदूर विवाह साबित करने के लिए दो शपथ पत्र
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Published : Oct 8, 2022, 12:38 PM IST

जबलपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग ने डेढ़ साल पहले एक आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका पद के लिए नियुक्ति प्रक्रिया की थी. इस प्रक्रिया में पंजाब बैंक कॉलोनी क्षेत्र में रहने वाली रूपवती कोरी विधवा को नियुक्ति प्रदान की गई थी. लेकिन एक अन्य आवेदक कांति वर्मा ने इस मामले में यह कहते हुए कलेक्टर डा.इलैयाराजा टी. के न्यायालय में परिवाद दायर किया कि जिसका चयन किया गया है, उसने पहले पति की मौत के बाद पुनर्विवाह कर लिया है.

महिला का दूसरा विवाह साबित करने की कोशिश : इस संबंध में कांति वर्मा ने रूपवती कोरी की मांग भरी फोटो भी न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत की. इतना ही नहीं कांति वर्मा ने जागेश्वर प्रसाद मिश्रा नामक एक ऐसे व्यक्ति को भी पेश किया, जिसका दावा था कि उसने रूपवती का विवाह 21 नवंबर 2018 को कोमल कोरी के साथ करवाया था. इन दावों के समर्थन में कांति वर्मा और पुरोहित दोनों ने शपथ पत्र भी दिए. इसके जवाब में रूपवती कोरी की ओर से भी एक शपथ-पथ दिया गया.

जबलपुर में फ्लाईओवर मामले में भूमि अधिग्रहण को लेकर आर्बिटेटर की रिपोर्ट पर आपत्ति पेश

कलेक्टर ने विधवा का शपथ पत्र सही माना : इस शपथ पत्र के माध्यम से उसने कहा कि उसके पति रामकुमार कोरी की 25 अप्रैल 2017 को मृत्यु हो गई थी, तब से वह विधवा का ही जीवन बिता रही है. इस मामले में तीन-तीन शपथ पत्र पेश किए गए. सभी का दावा था वो सही बोल रहे हैं, लेकिन कलेक्टर ने स्वघोषणा को वरीयता देते हुए रूपवती कोरी के शपथ पत्र पर भरोसा जताते हुए कांति वर्मा और पुरोहित के दावों को मानने से इंकार कर दिया और अपने निर्णय में रूपवती के चयन को सही ठहराते हुए कांति वर्मा के आवेदन को खारिज कर दिया. (jabalpur Collector decision) (Rejected affidavits) Case of widow woman)

जबलपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग ने डेढ़ साल पहले एक आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका पद के लिए नियुक्ति प्रक्रिया की थी. इस प्रक्रिया में पंजाब बैंक कॉलोनी क्षेत्र में रहने वाली रूपवती कोरी विधवा को नियुक्ति प्रदान की गई थी. लेकिन एक अन्य आवेदक कांति वर्मा ने इस मामले में यह कहते हुए कलेक्टर डा.इलैयाराजा टी. के न्यायालय में परिवाद दायर किया कि जिसका चयन किया गया है, उसने पहले पति की मौत के बाद पुनर्विवाह कर लिया है.

महिला का दूसरा विवाह साबित करने की कोशिश : इस संबंध में कांति वर्मा ने रूपवती कोरी की मांग भरी फोटो भी न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत की. इतना ही नहीं कांति वर्मा ने जागेश्वर प्रसाद मिश्रा नामक एक ऐसे व्यक्ति को भी पेश किया, जिसका दावा था कि उसने रूपवती का विवाह 21 नवंबर 2018 को कोमल कोरी के साथ करवाया था. इन दावों के समर्थन में कांति वर्मा और पुरोहित दोनों ने शपथ पत्र भी दिए. इसके जवाब में रूपवती कोरी की ओर से भी एक शपथ-पथ दिया गया.

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कलेक्टर ने विधवा का शपथ पत्र सही माना : इस शपथ पत्र के माध्यम से उसने कहा कि उसके पति रामकुमार कोरी की 25 अप्रैल 2017 को मृत्यु हो गई थी, तब से वह विधवा का ही जीवन बिता रही है. इस मामले में तीन-तीन शपथ पत्र पेश किए गए. सभी का दावा था वो सही बोल रहे हैं, लेकिन कलेक्टर ने स्वघोषणा को वरीयता देते हुए रूपवती कोरी के शपथ पत्र पर भरोसा जताते हुए कांति वर्मा और पुरोहित के दावों को मानने से इंकार कर दिया और अपने निर्णय में रूपवती के चयन को सही ठहराते हुए कांति वर्मा के आवेदन को खारिज कर दिया. (jabalpur Collector decision) (Rejected affidavits) Case of widow woman)

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