जबलपुर। बरगी सीएसपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि मृतक आदित्य वीपी सिंह के क्रेशर में मैनेजमेंट का काम करता था और 13 नवंबर की रात जब वह भेड़ाघाट क्षेत्र से गुजर रहा था, तभी पास से गुजर रहे आरोपियों को लगा कि मृतक उन्हें कट मारकर निकला है. इसी बात पर आरोपियों ने आदित्य का पीछा कर एक होटल के पास रोक लिया. जैसे ही उसने अपनी बाइक रोकी वैसे ही आरोपियों ने आदित्य को लूटना शुरू कर दिया. नाबालिगों को लूट करता देख आदित्य ने विरोध किया.
चाकुओं से ताबड़तोड़ हमले : इसके बाद आरोपियों ने चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर आदित्य को घायल कर दिया और उसका पर्स, मोबाइल, एटीम कार्ड लूट कर फरार हो गए थे. जिसके बाद परिजनों ने गंभीर हालत में जबलपुर के एक निजी अस्पताल में आदित्य को इलाज़ के लिए भर्ती कराया था, जहां 14 नवंबर को इलाज़ के दौरान आदित्य की मौत हो गई. आदित्य की मौत की खबर पाकर पहुंची भेड़ाघाट थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर सायबर सेल और मुखबिरों की मदद से जांच शुरू की.
सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग : जांच में जुटी भेड़ाघाट पुलिस ने क्रेशर से लेकर होटल तक लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला, जिसमें पुलिस को दो स्कूटर पर पांचों आरोपी दिखाई दिए, जो भेड़ाघाट से लेकर रामपुर इलाके में बनी मांडवा बस्ती तक जाते दिखाई दिए. भेड़ाघाट टीआई शफीक खान के नेतृत्व में चल रही जांच में पुलिस ने करीब 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए. फुटेज में दिखी मोपेड के आधार पर पुलिस पड़ताल करते हुए हत्या करने वाले अपचारी बालकों तक पहुंची.
शिल्पा हत्याकांड मामले में पुलिस की गिरफ्तार से बाहर अभिजीत पाटीदार, आरोपी पर 10 हजार का इनाम घोषित
इनाम घोषित किया था : एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया था. पुलिस ने 5 आरोपियों का पता लगाने मुखबिरों को लगाया और 3 किशोरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें आरोपियों ने अपने 2 अन्य साथियों के साथ मिलकर आदित्य की हत्या कर लूटने की बात कबूल की. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को किशोर न्यायालय में पेश कर अभिरक्षा में भेज दिया है, जबकि उनके अन्य दो साथी पहले से ही एक मामले में जेल में बंद हैं.