जबलपुर। 21 जून को हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. 2023 के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भारत सरकार पूरे देश में योग के कार्यक्रमों का आयोजन तो करवा ही रही है, साथ में भारत के मित्र देशों में भी योग के कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद UN के मुख्यालय में इस आयोजन में शामिल होंगे. वहीं, एक ओशन रिंग की कल्पना के साथ हिंद महासागर के सभी देशों में योग का कार्यक्रम किया जाएगा, इसमें भारतीय नौसेना मित्र देशों के साथ इस कार्यक्रम का आयोजन करवा रही है.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर खास कार्यक्रम: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर इस बार भारत सरकार योग के जरिए भारत के सहयोगी मित्र देशों के साथ मिलकर एक ओशन रिंग बना रही है. इसके तहत भारत मेडागास्कर, सऊदी अरब, अमीरात, श्रीलंका, इजिप्ट और बांग्लादेश में भारतीय नौसेना के साथ इन देशों के लोग भी योग का अभ्यास करेंगे. यह सभी देश भारत के आसपास एक ओशन रिंग के रूप में हैं. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की संयुक्त सचिव कविता गर्ग का कहना है कि "केवल आसपास के मित्र देश ही नहीं बल्कि उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव पर मौजूद भारतीय वैज्ञानिकों की टीम भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग करेगी. इसके अलावा मेडिटरेनियन लाइन में आने वाले तमाम देशों में योग का कार्यक्रम किया जाएगा."
अमृत सरोवर पर योग कार्यक्रम का आयोजन: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी UN के मुख्यालय पर कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ मिलकर योग करेंगे, इसके अलावा भारत के तमाम अमृत सरोवर पर योग किया जाएगा. केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय के अधिकारी कविता गर्ग का कहना है कि "प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य है कि भारत विश्व गुरु बने और योग के जरिए हम पूरी दुनिया को इस बात का एहसास करवा रहे हैं, इसलिए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का यह आयोजन महत्वपूर्ण बन जाता है."
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गैरिसन मैदान में हजारों की लगेगी भीड़: केंद्र सरकार के आयुक्त विभाग के अधिकारी जबलपुर पहुंच गए हैं, क्योंकि जबलपुर में इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम का राष्ट्रीय आयोजन हो रहा है. यह आयोजन जबलपुर के गैरिसन मैदान में हो रहा है. जबलपुर कलेक्टर शेखर कुमार सुमन का कहना है कि "इस आयोजन में एक लाख से ज्यादा लोग एक साथ योग करेंगे. इनमें से 15 हजार लोग गैरिसन मैदान पर और बाकी लोग अलग-अलग जगहों पर योग करेंगे. पूरी दुनिया में भारतीय योग सिखाने के लिए जाते हैं. दुनिया के कई देशों में भारतीय शैली से योग करवाने वाले प्रशिक्षकों की मांग रहती है. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के जरिए पूरी दुनिया में भारत की छवि को योग के साथ जोड़कर देखने का यह प्रयास इंटर शिक्षकों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और पूरी दुनिया में योग प्रशिक्षकों की मांग यदि बढ़ती है तो इसका फायदा भारत में योग सीखने वाले युवाओं को मिलेगा."