ETV Bharat / state

भारत में बने गोला बारूद, शस्त्र और सेना के लिए वाहनों की विदेशों में बढ़ी मांग

जबलपुर में आयुध निर्माण बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने कहा कि भारत में बनाए गए शस्त्रों की विदेशों में भी लगातार मांग बढ़ रही है.

Demand for weapons made in India abroad
विदेशों में भारत में बने शस्त्रों की मांग
author img

By

Published : Dec 12, 2019, 11:59 PM IST

जबलपुर। देश की सभी 41 केन्द्रीय सुरक्षा संस्थानों में तेजी से गोला बारूद, शस्त्र और सेना के लिए वाहनों का उत्पादन हो रहा है. साल 2019-20 में 15 हजार 500 करोड़ का उत्पादन लक्ष्य रखा गया है. जिसमें इस साल 500 करोड़ का गोला बारूद और शस्त्र भारत एक्सपोर्ट करेगा. आयुध निर्माण बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने कहा कि व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर में स्टालियन और एलपीटी का बड़ा उत्पादन लक्ष्य है. इसलिए टाटा और अशोक लेलैंड के साथ टीओटी करार 20 साल और बढ़ाने की तैयारी की जा रही है.

विदेशों में भारत में बने शस्त्रों की मांग

दो दिवसीय दौरे पर जबलपुर आए बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने कहा कि भारत में बनाए गए शस्त्रों की विदेशों में भी लगातार मांग बढ़ रही है. यही वजह है कि कुछ साल पहले तक जहां भारत विदेशों में एक्सपोर्ट करने के मामले में काफी पीछे था. वहीं अब लगातार विदेशों में भारत माल एक्सपोर्ट कर रहा है. महज कुछ सालों में ही भारत ने 3 से 4 करोड़ के हथियार विदेशों में एक्सपोर्ट किए हैं. ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड नए वित्तीय वर्ष 2019-20 में 500 करोड़ का गोला बारूद और शस्त्र विदेश में एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

जबलपुर। देश की सभी 41 केन्द्रीय सुरक्षा संस्थानों में तेजी से गोला बारूद, शस्त्र और सेना के लिए वाहनों का उत्पादन हो रहा है. साल 2019-20 में 15 हजार 500 करोड़ का उत्पादन लक्ष्य रखा गया है. जिसमें इस साल 500 करोड़ का गोला बारूद और शस्त्र भारत एक्सपोर्ट करेगा. आयुध निर्माण बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने कहा कि व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर में स्टालियन और एलपीटी का बड़ा उत्पादन लक्ष्य है. इसलिए टाटा और अशोक लेलैंड के साथ टीओटी करार 20 साल और बढ़ाने की तैयारी की जा रही है.

विदेशों में भारत में बने शस्त्रों की मांग

दो दिवसीय दौरे पर जबलपुर आए बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने कहा कि भारत में बनाए गए शस्त्रों की विदेशों में भी लगातार मांग बढ़ रही है. यही वजह है कि कुछ साल पहले तक जहां भारत विदेशों में एक्सपोर्ट करने के मामले में काफी पीछे था. वहीं अब लगातार विदेशों में भारत माल एक्सपोर्ट कर रहा है. महज कुछ सालों में ही भारत ने 3 से 4 करोड़ के हथियार विदेशों में एक्सपोर्ट किए हैं. ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड नए वित्तीय वर्ष 2019-20 में 500 करोड़ का गोला बारूद और शस्त्र विदेश में एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

Intro:जबलपुर
देश की सभी 41 केन्द्रीय सुरक्षा संस्थानों में तेजी से गोला बारूद, शस्त्र और सेना के लिए वाहनों का उत्पादन हो रहा है।वर्ष 2019-20 में 15,500 करोड़ का उत्पादन लक्ष्य रखा गया है। जिसमें की इस साल 500 करोड़ का गोला बारूद व शस्त्र हम एक्सपोर्ट करेंगे। यह कहना है आयुध निर्माणी बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन का।


Body:अपनी दो दिवसीय दौरे पर जबलपुर आए बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन ने कहा कि भारत में बनाए गए शास्त्रों की विदेशों में भी लगातार मांग बढ़ रही है। यही वजह है कि कुछ साल पहले तक जहां हम विदेशों में एक्सपोर्ट करने के मामले में काफी कम थे तो वही आप लगातार विदेशों में एक्सपोर्ट हम अपना माल कर रहे हैं। महज कुछ सालों में ही हमने 3 से 4 करोड़ के हथियार विदेशों में एक्सपोर्ट किए हैं। ऑडनेंस फैक्ट्री बोर्ड नए वित्तीय वर्ष 201- 20 में 500 करोड़ का गोला बारूद व शस्त्र विदेश में एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।उन्होंने कहा कि व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर में स्टालियन और एलपीटी का बड़ा उत्पादन लक्ष्य है इसलिए हम टाटा और अशोक लेलैंड के साथ टीओटी करार 20 साल और बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं।


Conclusion:वही जब सिर्फ छोटे देशों को ही गोला-बारूद सप्लाई करने को लेकर उनसे पूछा गया तो उनका कहना था कि जो विकसित देश है वह हमसे पहले ही काफी आगे बढ़ चुके हैं पर हम भी लगातार विकास कर रहे हैं।यही वजह है कि छोटे देश अब हमसे माल खरीद रहे हैं।इधर इजरायल से आर्डलरी गन इंपोर्ट करने को लेकर बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि उसका टेंडर भारत सरकार ने कई वर्ष पहले निकाला था और वही टेंडर लगातार चला आ रहा है।
बाईट.1-हरिमोहन..... चेयरमैन,ओएफबी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.