जबलपुर। जिले में दो कोरोना मरीजों की मौत हो गई, बताया जा रहा है कि दोनों की मरीज आखिरी स्टेज में अस्पताल लाए गए थे, जिल समय इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया, कोरोना संक्रमण दोनों के फेफड़ों में बुरी तरह फैल चुका था, जिसकी वजह से इन्हें बचाया नहीं जा सका, तो वहीं तीन कोरोना मरीजों को स्वस्थ्य हो जाने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. जबकि एक मरीज का उसके घर में ही क्वारंटाइन करके इलाज किया जा रहा है.
कोरोना पीड़ित महिला और बुजुर्ग की मौत
जबलपुर के हनुमान ताल इलाके से एक 37 वर्षीय महिला को कल फेफड़ों में तकलीफ और सांस लेने में परेशानी होने की वजह से मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई, मौत के बाद करवाए गए कोरोना टेस्ट में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. ऐसे ही एक 65 वर्षीय बुजुर्ग को मेडिकल कॉलेज में फेफड़ों में तकलीफ और सांस लेने में शिकायत होने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
जबलपुर में कोरोन की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 6 पहुंच गया है. प्रशासन लोगों को लगातार समझा रहा है कि, यदि किसी को थोड़ी बहुत समस्या भी है तो, वह तुरंत कंट्रोल रूम के नंबरों पर फोन करके खुद की जांच करवा सकता है, इसके बावजूद जबलपुर में अब तक जितनी भी मौतें हुई हैं, उनमें ज्यादातर लोग बहुत ज्यादा संक्रमित होने के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचे हैं. जहां उन्हें बचाया नहीं जा सका.
ठीक होकर लौटे तीन मरीज
सोमवार को मेडिकल कॉलेज से स्वस्थ होने के बाद 3 मरीजों की छुट्टी हुई है, अब तक कुल 33 मरीज ठीक हो चुके हैं. प्रशासन का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में 30 से ज्यादा मरीजों की और छुट्टी हो जाएगी, स्वस्थ हुए मरीजों ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स समेत सभी कर्मचारियों का आभार जताया है.
घर में ही रहेगा कोरोना पॉजिटिव
जबलपुर की गढ़ा इलाके के रहने वाले एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. प्रशासन ने इन्हें अपने ही घर में रहकर इलाज करने की सुविधा दी है. उनके घर में मरीज के रहने की जगह अलग बनाई गई है. उनकी बेटी उनका ध्यान रखेगी. वहीं डॉक्टर और प्रशासन इनका नियमित निरीक्षण करेंगे. यह जबलपुर में अब तक पहला प्रयोग है, प्रशासन का कहना है कि यह गाइडलाइन के अनुसार ही है. जबलपुर की सर्वोदय बस्ती से और हनुमान ताल से अभी भी लगातार नए मरीज सामने आ रहे हैं.