जबलपुर। प्रदेश में इस बार समय से पहले मानसून की दस्तक हो चुकी है. बारिश आने वाले वक्त में आपदा का रूप ना ले इसको लेकर होमगार्ड और एसडीआरएफ पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गए है. बात जिले की करें तो यहां भी बारिश के दौरान हालात बिगड़ने वाली तस्वीरे हर साल सामने आती है. यही वजह है कि इस बार समय से पहले ही होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम उन स्थानों को चिन्हित कर चुकी है, जहां जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बन जाते है.
अपडेटेड संसाधनों से लैस होगा होमगार्ड और एसडीआरएफ का बल
कमांडेंट होमगार्ड नीरज सिंह ठाकुर के अनुसार जिले में क्विक रेस्क्यू टीम बनाई गई है. होमगार्ड और SDRF ने अपने बल को अपडेटेड संसाधनों से लैस कर दिया है. हाईवोल्ट लाइट, फाइटर बोट, रेस्क्यू सेफ्टी जैकेट, ऑक्सीजन सिलेंडर सहित तमाम संसाधनों का फिजिकली वेरिफिकेशन किया गया है. ताकि आपदा के दौरान सभी संसाधन हर हालत में सार्थक साबित हो. साथ ही बाढ़ और आपदा से जुड़े कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं. सबसे खास बात यह है कि इस बार शहर और गांवों में DRC टीमों को उन स्थानों पर स्थापित किया गया है. जहां बाढ़ व जलभराव के हालात बनते है. इस प्रयोग के जरिए तत्काल हालात पर काबू पाने के प्रयास शुरू हो सकेंगे. ताकि हेडऑफिस से भी बल को स्थान विशेष तक पहुंचने का समय मिल सकेगा.
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हर जिले के लिए बनी है अलग-अलग टीमें
आपको बता दे कि जबलपुर संभागीय सेंटर है ऐसे में सभी जिलों के लिए अलग अलग टीमों का भी गठन किया गया है. उन टीमों को संबंधित जिले की भौगोलिक तस्वीरों से भी रुबरु कराया गया है. ताकि जब भी जिले से मदद की दरकार हो तो तत्काल टीम रवाना कर हालात नियंत्रण में लिए जा सके.
गौरतलब है कि बीते सालों में कई बार बाढ़ और जलभराव ने लोगो की जिंदगी को प्रभावित किया है. इन हालातों पर समय रहते काबू पाया जा सके इसे ध्यान में रखकर पूरी तैयारी को अंजाम दिया गया है. जबलपुर में बरगी बांध भी है ऐसे में इसके केचमेंट एरिया में कई जिले आते हैं. इसके साथ ही साथ नर्मदा नदी का किनारा इस शहर से है. जिसके मद्देनजर 2 दर्जन से अधिक स्थानों पर एसडीआरएफ की टीमें और होमगार्ड विशेष नजर बनाए हुए हैं.