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'हलाला अपनी मौत मर गया, अलग से कानून की जरूरत नहीं'

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने हलाला को लेकर बयान दिया, कि हलाला की शुरुआत तीन तलाक से हुई और अगर तीन तलाक ही खत्म है, तो हलाला अपनी मौत मर गया है.

Governor Arif Mohammad Khan
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान
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Published : Mar 5, 2021, 4:07 PM IST

Updated : Mar 5, 2021, 5:51 PM IST

जबलपुर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में उपस्थित हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने हलाला को लेकर बड़ा बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि हलाला की शुरुआत तीन तलाक से हुई और अगर तीन तलाक ही खत्म है, तो हलाला अपनी मौत मर गया है.

राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ करने पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान हलाला को लेकर बोल पड़े. उन्होंने स्पष्ट किया कि अब हलाला के लिए अलग से नए कानून की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इसकी शुरुआत ही तीन तलाक से होती है और अगर तीन तलाक खत्म हो गया है, तो इसकी जरूरत अब नहीं बचती.

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 123वीं जयंती मनाई गई

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर शहर में पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 'राष्ट्रवाद और युवा सरोकार' विषय रहा. कार्यक्रम में शामिल रहे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस धीर पुरुष थे. महापुरुषों के बीच नेताजी चमकते हुए सितारे थे. नेताजी के जिस देश में हम सभी रहते हैं, उस भारतीय संस्कृति में विविधता है. भारतीय संस्कृति विविधता को स्वीकार और उसका सम्मान भी करती है. भारतीय संस्कृति में शक्ति है कि वह विश्व का मार्ग प्रशस्त कर सकती है. नेताजी और उनसे जुड़े इतिहास को लेकर अब तक जो तस्वीर देश में सामने आई है, उसको लेकर भी उन्होंने अपनी राय रखी.

जबलपुर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में उपस्थित हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने हलाला को लेकर बड़ा बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि हलाला की शुरुआत तीन तलाक से हुई और अगर तीन तलाक ही खत्म है, तो हलाला अपनी मौत मर गया है.

राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ करने पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान हलाला को लेकर बोल पड़े. उन्होंने स्पष्ट किया कि अब हलाला के लिए अलग से नए कानून की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इसकी शुरुआत ही तीन तलाक से होती है और अगर तीन तलाक खत्म हो गया है, तो इसकी जरूरत अब नहीं बचती.

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 123वीं जयंती मनाई गई

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर शहर में पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 'राष्ट्रवाद और युवा सरोकार' विषय रहा. कार्यक्रम में शामिल रहे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस धीर पुरुष थे. महापुरुषों के बीच नेताजी चमकते हुए सितारे थे. नेताजी के जिस देश में हम सभी रहते हैं, उस भारतीय संस्कृति में विविधता है. भारतीय संस्कृति विविधता को स्वीकार और उसका सम्मान भी करती है. भारतीय संस्कृति में शक्ति है कि वह विश्व का मार्ग प्रशस्त कर सकती है. नेताजी और उनसे जुड़े इतिहास को लेकर अब तक जो तस्वीर देश में सामने आई है, उसको लेकर भी उन्होंने अपनी राय रखी.

Last Updated : Mar 5, 2021, 5:51 PM IST
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