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जबलपुर मेडिकल कॉलेज में सफलतापूर्वक हो रही हिप और नी रिप्लेसमेंट सर्जरी, आयुष्मान योजना का मिल रहा लाभ - Benefits of Ayushman Yojana

जबलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सक्सेसफुली घुटनों और कुल्हों के रिप्लेसमेंट की सर्जरी की जा रही है. हिप और नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के लिए आयुष्मान योजना के तहत लोग लाभ उठा रहे हैं. वहीं जिन लोगों के पास आयुष्मान योजना के कार्ड नहीं हैं, उन्हें भी निजी हॉस्पिटल के मुकाबले चौथाई कीमत में इलाज मिल रहा है.

जबलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल
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Published : Jul 9, 2019, 9:31 AM IST

जबलपुर। आयुष्मान योजना के तहत जबलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सफलतापूर्वक हिप रिप्लेसमेंट और नी-रिप्लेसमेंट जैसे जटिल ऑपरेशन निःशुल्क हो रहे हैं. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना ने आम लोगों को राहत दी है.

आयुष्मान योजना से संभव हुआ मुफ्त इलाज

गौरतलब है कि हिप रिप्लेसमेंट और नी रिप्लेसमेंट दोनों ही बहुत महंगे हैं. निजी अस्पतालों में इन दोनों के इलाज पर 2 लाख से 5 लाख तक खर्च हो जाते हैं. जिसकी वजह से आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर सचिन उपाध्याय ने बीते एक साल में हिप-रिप्लेसमेंट के 100 से ज्यादा सफल ऑपरेशन किए हैं. इन सभी में मरीजों को सरकार की आयुष्मान योजना का फायदा मिला.

आयुष्मान योजना में निःशुल्क हो रही हिप और नी-रिप्लेसमेंट जैसी जटिल सर्जरी

मेडिकल कॉलेज को भी एक हिप-रिप्लेसमेंट के एवज में एक लाख रुपया बीमा कंपनी की ओर से मिलता है. इस पैसे का उपयोग मेडिकल कॉलेज की दूसरी सुविधाओं में किया जाता है. हिप-रिप्लेसमेंट के सफलतापूर्वक ऑपरेशन्स के बाद अब जबलपुर मेडिकल कॉलेज में नी-रिप्लेसमेंट सर्जरी भी की जा रही है. इसका लाभ न केवल जिले के लोग बल्कि दूसरे राज्यों से आए मरीज़ भी उठा रहे हैं.
वहीं जिन लोगों के पास आयुष्मान योजना के कार्ड नहीं हैं, उन्हें निजी अस्पतालों की तुलना में केवल एक चौथाई कीमत में जबलपुर मेडिकल कॉलेज में यह ऑपरेशन उपलब्ध है.

जबलपुर। आयुष्मान योजना के तहत जबलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सफलतापूर्वक हिप रिप्लेसमेंट और नी-रिप्लेसमेंट जैसे जटिल ऑपरेशन निःशुल्क हो रहे हैं. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना ने आम लोगों को राहत दी है.

आयुष्मान योजना से संभव हुआ मुफ्त इलाज

गौरतलब है कि हिप रिप्लेसमेंट और नी रिप्लेसमेंट दोनों ही बहुत महंगे हैं. निजी अस्पतालों में इन दोनों के इलाज पर 2 लाख से 5 लाख तक खर्च हो जाते हैं. जिसकी वजह से आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर सचिन उपाध्याय ने बीते एक साल में हिप-रिप्लेसमेंट के 100 से ज्यादा सफल ऑपरेशन किए हैं. इन सभी में मरीजों को सरकार की आयुष्मान योजना का फायदा मिला.

आयुष्मान योजना में निःशुल्क हो रही हिप और नी-रिप्लेसमेंट जैसी जटिल सर्जरी

मेडिकल कॉलेज को भी एक हिप-रिप्लेसमेंट के एवज में एक लाख रुपया बीमा कंपनी की ओर से मिलता है. इस पैसे का उपयोग मेडिकल कॉलेज की दूसरी सुविधाओं में किया जाता है. हिप-रिप्लेसमेंट के सफलतापूर्वक ऑपरेशन्स के बाद अब जबलपुर मेडिकल कॉलेज में नी-रिप्लेसमेंट सर्जरी भी की जा रही है. इसका लाभ न केवल जिले के लोग बल्कि दूसरे राज्यों से आए मरीज़ भी उठा रहे हैं.
वहीं जिन लोगों के पास आयुष्मान योजना के कार्ड नहीं हैं, उन्हें निजी अस्पतालों की तुलना में केवल एक चौथाई कीमत में जबलपुर मेडिकल कॉलेज में यह ऑपरेशन उपलब्ध है.

Intro: भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के ऑपरेशन के बाद जबलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल हिप रिप्लेसमेंट और नी रिप्लेसमेंट के सफल ऑपरेशन की वजह से चर्चा में


Body:जबलपुर सरकारी अस्पताले अक्सर अपनी लापरवाहओं और अव्यवस्थाओं की वजह से चर्चा में रहती हैं लेकिन बीते दिनों मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपना ऑपरेशन गांधी मेडिकल कॉलेज में करवाया अब इस मामले में जबलपुर मेडिकल कॉलेज ने बाजी मारी है जबलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल हिप रिप्लेसमेंट और नी रिप्लेसमेंट जैसे जटिल ऑपरेशन आम जनता को मुफ्त मैं मुहैया करवाने की वजह से चर्चा में है

लाखों का इलाज फ्री में
घुटनों का दर्द और कमर का दर्द जिसको होता है उसकी पीड़ा वही समझ सकता है इन दोनों ही तकलीफों का स्थाई इलाज हिप रिप्लेसमेंट और नी रिप्लेसमेंट है लेकिन ये दोनों ही इलाज बहुत महंगे हैं निजी अस्पतालों में इन दोनों इलाकों पर 200000 से ₹500000 तक खर्च हो जाते हैं इसकी वजह से आम जनता तकलीफ सहती रहती है लेकिन इलाज नहीं ले पाती जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर सचिन उपाध्याय ने बीते 1 साल में हिप रिप्लेसमेंट के 100 से ज्यादा सफल ऑपरेशन किए हैं इन सभी को सरकार की आयुष्मान योजना का फायदा मिला मेडिकल कॉलेज को भी एक हिप रिप्लेसमेंट के एवज में एक लाख रुपया बीमा कंपनी की ओर से मिलता है इस पैसे का उपयोग मेडिकल कॉलेज की दूसरी सुविधाओं में किया जाता है जब हिप रिप्लेसमेंट में मेडिकल कॉलेज में महारत हासिल कर ली तो डॉक्टरों ने नी रिप्लेसमेंट करना शुरू किया है और अभी तक जो ऑपरेशन किए जा चुके हैं

ऑपरेशन थिएटर की कमी
डॉक्टरों का कहना है अभी उनके पास जो उपलब्ध सुविधाएं हैं उनमें वे कम लोगों का इलाज कर पा रहे हैं यदि सरकार हिप रिप्लेसमेंट और नी रिप्लेसमेंट के लिए अलग से ऑपरेशन थिएटर बना दे तो और अधिक लोगों को यह इलाज मिल पाएगा

मध्य प्रदेश के बाहर से आ रहे हैं मरीज
जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है लेकिन वे इस समस्या से पीड़ित हैं उन्हें केवल निजी अस्पतालों की तुलना में महज एक चौथाई कीमत में यह ऑपरेशन जबलपुर मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध है पटना से आए एक मरीज ने भी जबलपुर मेडिकल कॉलेज में इस सुविधा का उपयोग फायदा उठाया है और बहुत कम पैसे में हिप रिप्लेसमेंट करवाया है


Conclusion:मेडिकल अस्पताल में यदि इसी तरीके से दूसरे विभागों में भी काम हो तो आम आदमी को सरल और सस्ता इलाज मिल सकेगा और यदि सरकारी इलाज अच्छे से मिलने लगे तो निजी अस्पतालों के दाम भी कम हो सकते हैं
बाइट सचिन उपाध्याय आर्थोपेडिक सर्जन
बाइट डॉ नवनीत सक्सेना डीन मेडिकल कॉलेज जबलपुर
बाइट मरीज
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