जबलपुर। नर्मदा शुद्धिकरण के लिए सरकार पर तीखे आरोपों के साथ पिछले 1000 दिनों से निराहार व्रत कर रहे संत भैया सरकार की सोशल मीडिया में वायरल हो रही एक तस्वीर से खासा बवाल खड़ा हो गया है. वायरल फोटो में भैया सरकार शिवलिंग के ऊपर बैठे नजर आ रहे हैं और दूसरी फोटो में वे आस्था के प्रतीक शिवलिंग के ऊपर खड़े दिख रहे हैं. इस फोटो के वायरल होने के बाद भक्तों में खासा आक्रोश दिख रहा है.
धर्मगुरुओं ने भैया सरकार के खिलाफ जताया विरोध: धर्मगुरुओं ने भैया सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आरोप लगाया है कि वे किसी संत समुदाय से नहीं आते, बल्कि ढोंग और पाखंड करने वाले संत हैं. नर्मदा के प्रति आस्था और जागरूकता अलग बात है, लेकिन समर्थ भैया सरकार तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर धार्मिक आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं. ऐसे लोगों को समाज से बहिष्कृत करना चाहिए. इस बीच युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. मध्य प्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि महाराज ने भैया सरकार के फोटो विवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
होना चाहिए बहिष्कार: गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि महाराज ने कहा है कि विवादों में घिरे भैया खुद को स्वयंभू संत बताते हैं, जबकि वे किसी भी संत परंपरा से ताल्लुक नहीं रखते. वे उन संतो में से हैं जो खुद को भगवान से भी ऊपर मानते हैं, लिहाजा ऐसे लोगों का सामाजिक तौर पर बहिष्कार किया जाना चाहिए.