जबलपुर। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में जबलपुर के ओमती थाने में एफआईआर दर्ज हो गई है. सिटी अस्पताल के मालिक सरबजीत सिंह मोखा को मुख्य आरोपी बनाया गया है. पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि सरबजीत सिंह अपने ही अस्पताल में भर्ती हैं और खुद को कोरोना वायरस पॉजिटिव बताया है. हालांकि पुलिस ने एहतियातन अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है.
कई धाराओं में मामला दर्ज
सरबजीत सिंह के खिलाफ धारा 420, 275, 274, 12b आपदा प्रबंधन अधिनियम के साथ ही महामारी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है. सरबजीत सिंह पर आरोप है कि उसने जीवन रक्षक दवाओं में गड़बड़ी की है, जिससे लोगों की जान गई है. कुछ धाराओं में उम्र कैद का प्रावधान है, इसलिए सरबजीत सिंह को निचली अदालत से जमानत नहीं मिलेगी. इसके साथ ही उसे पहले गिरफ्तार करना पड़ेगा. इसके बाद ही कोर्ट में जमानत पर सुनवाई हो सकेगी.
सरबजीत ने खुद को बताया कोरोना पॉजिटिव
सरबजीत सिंह ने अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगा दी है. पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि सरबजीत सिंह अपने ही अस्पताल में भर्ती है. उसने खुद को कोरोना पॉजिटिव बताया है. इसके चलते पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया है. पुलिस ने अस्पताल की ही सुरक्षा बढ़ा दी है
सिटी अस्पताल मामलाः सरबजीत सिंह मोखा को विश्व हिंदू परिषद से किया बाहर
अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में मोखा को कैसे गिरफ्तार करती है. अभी तक इस मामले में ऐसी कोई धारा नहीं लगाई गई है, जिसमें हत्या या हत्या के प्रयास की बात कही गई हो. नकली इंजेक्शन लगाकर आरोपियों ने मरीजों की जान ली है. इसलिए इसमें हत्या, हत्या के प्रयास की धाराएं जोड़ी जानी चाहिए थीं.