जबलपुर। मध्यप्रदेश में कहीं अति वृष्टि किसानों के लिए आफत बनी है तो कहीं कम बारिश की वजह से किसान चिंतित हैं क्योंकि बारिश नहीं होने से फसलें सूखने लगी हैं. जबलपुर के किसान भी कम बारिश कि वजह से परेशान हैं. खरीफ के सीजन में जबलपुर की मुख्य फसल धान होती है, जिसकी अच्छी पैदावार के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है.
कहीं सितम ढा रहे बदरा तो कहीं कर रहे बेवफाई, सूखती फसल ने किसानों की चिंता बढ़ाई - farmers in tension
कम बारिश की वजह से किसान परेशान हैं. जबलपुर में धान की फसल कम बारिश की वजह से बर्बादी की कगार पर है.
सूखे से परेशान किसान
जबलपुर। मध्यप्रदेश में कहीं अति वृष्टि किसानों के लिए आफत बनी है तो कहीं कम बारिश की वजह से किसान चिंतित हैं क्योंकि बारिश नहीं होने से फसलें सूखने लगी हैं. जबलपुर के किसान भी कम बारिश कि वजह से परेशान हैं. खरीफ के सीजन में जबलपुर की मुख्य फसल धान होती है, जिसकी अच्छी पैदावार के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है.
Intro:कम बारिश की वजह से जबलपुर में धान की फसल बर्बादी की कगार पर तुरंत बारिश नहीं हुई तो जबलपुर का किसान हो जाएगा बर्बाद
Body:जबलपुर में कम बारिश की वजह से किसान परेशान हैं खरीफ के सीजन में जबलपुर की मुख्य फसल धान है और धान बिना पानी के संभव नहीं है
लगभग 1 महीने पहले किसानों ने धान के रोपा डाल दिए थे और अब यह पौधा खेत में लगने को तैयार है लेकिन बारिश नहीं होने की वजह से खेतों में पर्याप्त पानी नहीं है इसलिए किसान समस्या में है यदि बाहर के पानी से धान की रोपाई कर भी दी जाए तो पौधा ज्यादा दिनों तक जिंदा नहीं रहेगा जहां ऐसी रोपाई हो गई है वहां पौधा सूखने लगा है
किसानों का कहना है कि बीते 1 महीने में छुटपुट बारिश हुई है जबकि जुलाई के महीने में तेज बारिश होती थी और खेत पानी से भर जाते थे लेकिन इस साल मौसम किसानों का साथ नहीं दे रहा है और जहां भरा हुआ पानी नजर आना चाहिए था वहां खेत में दरारें नजर आ रहे हैं यदि जल्द ही दोबारा बारिश नहीं हुई तो किसानों की धान पर लगाई हुई लागत ही डूब जाएगी
हालांकि प्रशासन ने नहरों के जरिए पानी देने की व्यवस्था की है लेकिन यह इतनी पर्याप्त नहीं है कि इससे पूरे जबलपुर की धान को बचाया जा सके
Conclusion:मौसम विभाग बादलों और हम आओ की स्थिति को देखकर अच्छी बारिश की उम्मीद जता रहा है लेकिन ऐसी उम्मीद बीते 1 महीने से जताई जा रही है लेकिन बारिश नहीं हो रही एक बार फिर किसानों पर संकट के बादल नजर आने लगे हैं
Body:जबलपुर में कम बारिश की वजह से किसान परेशान हैं खरीफ के सीजन में जबलपुर की मुख्य फसल धान है और धान बिना पानी के संभव नहीं है
लगभग 1 महीने पहले किसानों ने धान के रोपा डाल दिए थे और अब यह पौधा खेत में लगने को तैयार है लेकिन बारिश नहीं होने की वजह से खेतों में पर्याप्त पानी नहीं है इसलिए किसान समस्या में है यदि बाहर के पानी से धान की रोपाई कर भी दी जाए तो पौधा ज्यादा दिनों तक जिंदा नहीं रहेगा जहां ऐसी रोपाई हो गई है वहां पौधा सूखने लगा है
किसानों का कहना है कि बीते 1 महीने में छुटपुट बारिश हुई है जबकि जुलाई के महीने में तेज बारिश होती थी और खेत पानी से भर जाते थे लेकिन इस साल मौसम किसानों का साथ नहीं दे रहा है और जहां भरा हुआ पानी नजर आना चाहिए था वहां खेत में दरारें नजर आ रहे हैं यदि जल्द ही दोबारा बारिश नहीं हुई तो किसानों की धान पर लगाई हुई लागत ही डूब जाएगी
हालांकि प्रशासन ने नहरों के जरिए पानी देने की व्यवस्था की है लेकिन यह इतनी पर्याप्त नहीं है कि इससे पूरे जबलपुर की धान को बचाया जा सके
Conclusion:मौसम विभाग बादलों और हम आओ की स्थिति को देखकर अच्छी बारिश की उम्मीद जता रहा है लेकिन ऐसी उम्मीद बीते 1 महीने से जताई जा रही है लेकिन बारिश नहीं हो रही एक बार फिर किसानों पर संकट के बादल नजर आने लगे हैं