जबलपुर। नकली रेमडेसिविर (Fake Remdesivir) इंजेक्शन की खरीद फरोख्त में लिप्त सिटी अस्प्ताल संचालक सरबजीत सिंह मोखा को आज पुलिस ने जिला कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान भारी पुलिस बल के बीच सरबजीत सिंह मोखा को केंद्रीय जेल जबलपुर से जिला कोर्ट लाया गया. पुलिस ने कोर्ट के सामने आवेदन रखा है कि उन्हें पूछताछ के लिए सरबजीत सिंह मोखा का पुलिस रिमांड चाहिए.
- हाथों में हथकड़ी लगाकर जेल से लाया गया कोर्ट
कभी बड़े-बड़े राजनेता के साथ घंटों बैठने वाले अरबपति बिल्डर और सिटी अस्प्ताल के मालिक सरबजीत सिंह मोखा को करीब दो सप्ताह बाद आज केंद्रीय जेल जबलपुर से जिला कोर्ट में पेश किया गया. जबलपुर पुलिस ने कोर्ट के सामने आवेदन प्रस्तुत किया है, कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में पूछताछ के लिए सरबजीत सिंह मोखा को पुलिस रिमांड में सौंपा जाए. अभी सरबजीत सिंह मोखा कोर्ट में है और सुनवाई चल रही है.
- पुलिस ने मोखा के पुत्र को लिया था रिमांड पर
अपने पिता सरबजीत सिंह मोखा के साथ नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीद फरोख्त में लिप्त हरकरण सिंह को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था. जहां कोर्ट ने उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है. अभी तक पूछताछ के दौरान हरकरण सिंह के पास से दो टूटे हुए मोबाइल के पुर्जे मिले है. जिसे उसने पाटन की पहाड़ी में तोड़कर छिपा दिया था. एसआइटी को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान अभी और कई तरह के खुलासे हो सकते है.
परमजीत मोखा के बेटे को SIT ने दबोचा, कोर्ट में करने जा रहा था Surrender
- मोखा की पत्नी की जमानत हो चुकी है खारिज
सिटी अस्प्ताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा का बेटा हरकरण सिंह जहां नकली आईडी बनवाकर रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाने के काम मे लिप्त था. तो वही उसकी पत्नी जसमीत कौर और मैनेजर सोनिया खत्री ने सबूत मिटाने का अपराध किया था. जिनकी याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी थी.