जबलपुर। मध्यप्रदेश पावर इंजीनियर्स एंव एम्प्लाइज एसोसिएशन के बैनर तले कर्मचारी और अधिकारी पिछले 19 जनवरी से आंदोलन कर रहे हैं. धरने पर बैठे अधिकारियों ने एक दिवसीय का उपवास भी किया है.
पहले भी कई बार ज्ञापन और आंदोलन कर चुके हैं
अधिकारियों का कहना है कि 2006 के बाद के इंजीनियर्स, अधिकारियों और कर्मचारियों को नियम के अनुसार पदोन्नति नहीं दी जा रही, जिसकी वजह से उन्हें वेतन भी उचित नहीं दिया जा रहा है. उनके द्वारा पहले भी कई बार ज्ञापन और आंदोलन किए गए हैं, लेकिन विद्युत वितरण कंपनी और प्रदेश सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है.
वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें 22 फरवरी को चर्चा के लिए बुलाया
वहीं, 22 फरवरी को वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें चर्चा के लिए बुलाया है. इस चर्चा में अगर उनकी सभी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो वह शाम में कैंडिल मार्च निकालेंगे और 23 फरवरी को एक दिवसीय कार्य का बहिष्कार करेंगे. इसके बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं की जाती है, तो वे आने वाले समय में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने भी तैयार हैं.