जबलपुर। ऊर्जा मंत्री मंत्री प्रियव्रत सिंह आज जबलपुर दौरे पर पहुंचे. जहां बिजली कंपनियों को हो रहे घाटे का हवाला देते हुए बिजली दर बढ़ाने पर बात की प्रियव्रत सिंह का कहना है कि मेरी मंशा यही है कि बिजली की दरें प्रदेश में ना बढ़ें, लेकिन मेरे हाथ में यह निर्णय नहीं है.
किसी भी सूरत में बिजली महंगी ना करने का दम भरने वाले ऊर्जा मंत्री इस बार विद्युत दरों के दामों की बढ़ोतरी को अपने अधिकार क्षेत्र में ना होने की बात कहकर चुप हो गए. पहले ही 5 वित्तीय वर्षों का बिजली कंपनियों को घाटा 32 हजार करोड़ तक पहुंच गया है. जबकि वित्तीय वर्ष 2020-21 को लेकर दायर याचिका में भी घाटा दर्शाते हुए दरों में बढ़ोतरी की मांग की गई है.
वहीं मध्य प्रदेश के आईएएस अफसरों द्वारा ली गई संपत्ति का ब्यौरा डीओपीटी की वेबसाइट में अपलोड होने के बाद सामने आए आंकड़ों पर ऊर्जा मंत्री ने खुशी जताई है. ऊर्जा मंत्री का कहना है कि समाज में आईएएस तबका एक अग्रणी वर्ग का होता है, जो कि हमेशा ही आगे की सोचता है. आईएएस अफसरों का संपत्ति पर निवेश इस बात का परिचायक भी है कि मध्य प्रदेश सुधार की दिशा में बढ़ रहा है.