जबलपुर। कलेक्ट्रेट में उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस को सूचना मिली कि एक बुजुर्ग व्यक्ति तलवार लेकर परिसर में घूम रहा है. मौके पर ओमती थाना प्रभारी अपने बल के साथ पहुंचे. जब पुलिस ने सर्चिंग की थी बुजुर्ग तलवार लिए घूम रहा था. कुछ देर बाद पुलिस ने बुजुर्ग को ढूंढ लिया और उसे तलवार के साथ हिरासत में लेते हुए पूछताछ के लिए ओमती थाने ले आई, जहां से उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है.
अपने आप को बता रहा था रिटायर्ड सुरक्षा गार्ड
थाना प्रभारी एसपीएस बघेल की पूछताछ में आरोपी बुजुर्ग ने बताया कि उसका नाम स्वामी नाथ यादव है और वह कृषि नगर अधारताल में अकेला रहता है. जबकि उसका पूरा परिवार उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में है, आरोपी ने यह भी बताया कि उसका भविष्य निधि का पैसा तो मिल गया. लेकिन पेंशन संबंधी शिकायत लगातार उसके साथ आ रही थी. लिहाजा यही समस्या लेकर वह कलेक्टर से मिलने आया हुआ था लेकिन वह कलेक्टर से मुलाकात करते इससे पहले पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
कहां से लाया है तलवार, पुलिस को नहीं दे सका जवाब
तलवार के विषय में जब थाना प्रभारी एसपीएस बघेल ने बुजुर्ग से पूछा तो वह किसी भी तरह का तलवार संबंधित संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया, कभी वह कहता कि प्रधानमंत्री कार्यालय से यह तलवारों से मिली है तो कभी कहता की भविष्य निधि कार्यालय वालों ने उसे यह तलवार भेंट की है. हालांकि पुलिस ने बुजुर्ग के पास रखे तमाम दस्तावेजों की जांच की तो पाया कि पहले वह सेना में कार्यरत था और उसके बाद फिर जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी किया करता था. बुजुर्ग के पास से उसका पैन कार्ड, आधार कार्ड सहित कई अन्य दस्तावेज भी मिले हैं.
कलेक्ट्रेट में तलवार लेकर घूमना है अपराध, न्यायालय ने भेजा बुजुर्ग को जेल
कलेक्ट्रेट में धारा 144 लगी हुई है. लिहाजा किसी भी तरह का अवैध हथियार लेकर घूमना कलेक्ट्रेट में पूरी तरह से वर्जित है. पुलिस ने कलेक्ट्रेट से तलवार के साथ बुजुर्ग को आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया. बाद में बुजुर्ग को न्यायालय में पेश किया और फिर बाद में उसे न्यायालय ने जेल भेज दिया. इधर ओमती थाना पुलिस बुजुर्ग के परिजनों के संपर्क में जुटी हुई है. वहीं पुलिस का कहना है कि संदेह भी जताया जा रहा है कि बुजुर्ग मानसिक रूप से बीमार है लिहाजा जब स्वामीनाथ के परिजन जबलपुर आएंगे तभी आगे और कुछ कहा जा सकता है.