जबलपुर। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में करीब 11 महीने से बंद प्रत्यक्ष सुनवाई सोमवार से एक बार फिर शुरु हो गई है. सोमवार को हाईकोर्ट खुलने के साथ ही कोर्ट में चहल-पहल लौटी और अदालत में मायलार्ड की गूंज के साथ केस की सुनवाई शुरु हुई. कोर्ट में सुनवाई शुरू होने से पहले गेट नंबर-6 पर चीफ जस्टिस मोह. रफीक, प्रशासनिक जज प्रकाश श्रीवास्तव, जस्टिस नंदिता दुबे और जस्टिस संजय द्धिवेदी ने वकीलों को गुलाब का फूल देकर उनका स्वागत किया.
मार्च 2020 से बंद थी प्रत्यक्ष सुनवाई
20 मार्च 2020 में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लॉकडाउन जारी कर दिया गया था. इसके बाद शासकीय कार्यालयों सहित हाईकोर्ट भी बंद हो गया था. केंद्र सरकार ने समय-समय पर गाइडलाइन जारी की थी, जिसके तहत हाईकोर्ट में अर्जेंट मामलों की सुनवाई वर्चुअल तरीके से शुरु की गई थी. अब करीब 11 महीने बाद हाईकोर्ट में फिर से भौतिक रूप से प्रकरणों की सुनवाई शुरु की गई है.
कोविड गाइडलाइन का पालन
कोर्ट में सख्ती से कोविड-19 के नियमों का पालन किया जा रहा है. एक बार फिर से कोर्ट खुलने से अधिवक्ताओं और पक्षकारों सहित न्यायलयीन कर्मियों में खासा उत्साह देखा गया.
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वर्चुअल सुनवाई का भी ऑप्शन
हाईकोर्ट में भौतिक सुनवाई के अलावा वर्चुअल सुनवाई का विकल्प भी अधिवक्ताओं को दिया गया है. सोमवार को 181 मामलों में वर्चुअल सुनवाई की गई, बाकि शेष सभी मामलों में भौतिक रूप से सुनवाई की गई. इसके लिये अधिवक्ताओं को गेट नंबर-6 से प्रवेश दिया गया. इसके अलावा 65 साल से ज्यादा आयु वाले अधिवक्ताओं को भौतिक की जगह वर्चुअल सुनवाई का विकल्प उपलब्ध कराया गया, जिसे अधिवक्ताओं ने सराहा.