जबलपुर। केन्द्रीय सुरक्षा संस्थान की गन कैरेज फैक्ट्री (जीसीएफ) में पदस्थ जूनियर वर्क्स मैनेजर का संदिग्ध हालत में शव मिला है. एससी खाटुआ का शव पाटबाबा पहाड़ी के पास मिला है. खाटुआ धनुष तोप में लगे चीनी कलपुर्जो की खरीदी के मामले में सीबीआई की राडार पर थे. सीबीआई ने पूछताछ के लिए खाटुआ को दिल्ली तलब किया था जिसके बाद से वो गायब चल रहे थे.
दरअसल जबलपुर स्थित जीसीएफ फैक्टरी में बनने वाली धनुष तोप में चीनी पुर्जे लगाए गए थे. जिसे लेकर दिल्ली सीबीआई ने 10 जनवरी को फैक्टरी में दबिश देते हुए कई दस्तावेज जब्त किए थे. चूंकि चीनी कलपुर्जे खरीदने में एससी खाटुआ का एक अहम रोल था. लिहाजा सीबीआई ने उनके दफ्तर सहित घर से कुछ दस्तावेज भी जब्त किए थे. सीबीआई की पूछताछ के बाद से अचानक 17 जनवरी को खाटुआ घर से बिना किसी को कुछ बताए लापता हो गए थे.
जिसके बाद आज पाटबाबा पहाड़ी के पास खाटुआ का शव मिला है. साथ ही उनकी गाड़ी भी वहां से लगे पंप हाउस से बरामद हुआ है. जानकारी के मुताबिक शव तीन से चार दिन पुराना लग रहा है, जबकि वो 17 जनवरी से लापता थे. ऐसे में इतने दिनों तक वो कहां थे और हत्या- आत्महत्या को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि उनकी पत्नी ने घमापुर थाने में उनके गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
मौके पर पहुंची घमापुर पुलिस और एफएसएल टीम ने शव का परीक्षण कर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया है. इधर खाटुआ के साथियों ने भी उनकी हत्या को लेकर आशंका जताई है. साथ ही उनके मौत की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है. हो सकता है कि धनुष तोप में लगे चीनी कलपुर्जे मामले में उन पर कोई दबाव बना रहा हो. खाटुआ की लाश मिलने से पूरी फैक्ट्री सहित दिल्ली में बैठी सीबीआई की टीम तक हिल गई है.