ग्वालियर। एमपी में नामांकन के बाद अब नेताओं द्वारा चुनाव आयोग में शिकायतों का सिलसिला चल रहा है. नामांकन में जानकारी छिपाने को लेकर अलग-अलग क्षेत्र में प्रत्याशी एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत कर चुके हैं. कैलाश विजयवर्गीय, सुरेंद्र पटवा से लेकर राहुल लोधी के खिलाफ शिकायत की जा चुकी है. वहीं अब मध्य प्रदेश की राजनीति में सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहने वाली इमरती देवी के एक बार मुश्किल में फंस गई हैं. ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी की भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत की गई है.
नामांकन में छुपाई जानकारी: इस शिकायत में कहा गया है कि भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी ने अपना अपराधिक रिकार्ड छिपाया है. उन पर सात अपराध दर्ज हैं. इमरती देवी के खिलाफ 7 मुकदमों में से 6 मुकदमें डबरा थाने में और 1 मुकदमा पिछोर थाने में दर्ज है. नामांकन निरस्त कर अपराधिक केस दर्ज करने की मांग की गई है. शिकायतकर्ता संकेत साहू ने अपनी शिकायत में कहा है कि इमरती देवी पत्नी पूरन सिंह निवासी चीनोर रोड डबरा ने जानबूझकर अपराधिक प्रकरण एवं तथ्य छिपाकर फार्म भरने व सुप्रीम कोर्ट के न्याय दृष्टांतों का उल्लंधन किया है.
इन धाराओं में मामला दर्ज: इमरती देवी पर डबरा शहर के थाने में अपराध क्रमांक 633 वर्ष 2007 इसमें धारा 353, 186,427 और 147 हैं. अपराध क्रं 634 धारा 341, व 145, अपराध क्रं 653 धारा 420,467,471,201,120बी, अपराध क्रं 668 धारा 500, 506 ,अपराध क्रं 602 धारा 341,147, अपराध क्रं 817 धारा 188 व धारा तीन लोक संपत्ति नुकसान व निवारण विरूपण अधिनियम 1984 के तहत अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं.
रिटर्निंग ऑफिसर बोले इमरती देवी के खिलाफ मिली शिकायत: वहीं शिकायत में यह भी बताया गया है कि इमरती देवी ने 2008 के चुनाव में भी नामांकन फार्म में अपराध छिपाए थे. इसके बाद वाले चुनाव में भी यही किया. लोक प्रतिनधित्व अधिनियम की धारा 125 ए के तहत शपथ पत्र में तथ्य छिपाकर झूठी जानकारी देना अपराध है. इसके साथ ही रिवाल्वर की कीमत नामांकन पत्र में कम दर्शाने और शैक्षणिक योग्यता की मार्कशीट न उपलब्ध कराने पर भी आपत्ति की गई है. वहीं डबरा के रिटर्निंग अधिकारी का कहना है कि "भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी के संबंध में शिकायत मिली है."