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गोवर्धन पर यहां आज भी गाय के साथ खेलते हैं ग्वाला - गोवर्धन पूजा

जबलपुर में आज भी ग्वाल वंश के लोग भगवान श्री कृष्ण की पूजा के बाद गायों के साथ खेलते हैं. गोवर्धन पर शुक्रवार को एक बार फिर पुरानी परंपरा देखी गई. यहां लोग बछड़े के चमड़े से गायों के साथ खेलते हैं.

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Published : Nov 5, 2021, 4:25 PM IST

जबलपुर। दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा करने का रिवाज चला आ रहा है. जबलपुर (jabalpur) में आज भी ग्वाल वंश के लोग भगवान श्री कृष्ण की पूजा के बाद गायों के साथ खेलते हैं. गोवर्धन पर शुक्रवार को एक बार फिर पुरानी परंपरा देखी गई. यहां लोग बछड़े के चमड़े से गायों के साथ खेलते हैं.

पूजा के बाद गाय के साथ खेलते हैं ग्वाला
बताया जाता है कि दीपावली के दूसरे दिन ग्वाल वंश के लोग पहले गोवर्धन के साथ-साथ गायों की पूजा करते हैं. इसके बाद फिर पुरानी परंपरा को निभाते हुए गाय के साथ खेलते हैं. यादव समाज के लोग बताते हैं कि यह बहुत पुरानी परंपरा है, जो सदियों से चली आ रही है.

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भगवान कृष्ण की पूजा के अलावा अलग-अलग तरह की मिठाई का भोग लगाया गया. ऐसा माना जाता है कि द्वापर युग में भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की पूजा की थी. उन्हें विभिन्न मिठाइयों का भोग लगाया था. इसके बाद गायों को सजा कर उन्हें फूल मालाएं पहनाकर उनकी पूजा की जाती है. उसके बाद उन्हें विभिन्न तरह के पकवान खिलाएं जाते हैं.

जबलपुर। दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा करने का रिवाज चला आ रहा है. जबलपुर (jabalpur) में आज भी ग्वाल वंश के लोग भगवान श्री कृष्ण की पूजा के बाद गायों के साथ खेलते हैं. गोवर्धन पर शुक्रवार को एक बार फिर पुरानी परंपरा देखी गई. यहां लोग बछड़े के चमड़े से गायों के साथ खेलते हैं.

पूजा के बाद गाय के साथ खेलते हैं ग्वाला
बताया जाता है कि दीपावली के दूसरे दिन ग्वाल वंश के लोग पहले गोवर्धन के साथ-साथ गायों की पूजा करते हैं. इसके बाद फिर पुरानी परंपरा को निभाते हुए गाय के साथ खेलते हैं. यादव समाज के लोग बताते हैं कि यह बहुत पुरानी परंपरा है, जो सदियों से चली आ रही है.

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भगवान कृष्ण की पूजा के अलावा अलग-अलग तरह की मिठाई का भोग लगाया गया. ऐसा माना जाता है कि द्वापर युग में भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की पूजा की थी. उन्हें विभिन्न मिठाइयों का भोग लगाया था. इसके बाद गायों को सजा कर उन्हें फूल मालाएं पहनाकर उनकी पूजा की जाती है. उसके बाद उन्हें विभिन्न तरह के पकवान खिलाएं जाते हैं.

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