जबलपुर। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर में जिस तरह से भिक्षुओं के साथ हुई आमानवीय तस्वीर सामने आई है. उसके बाद से राज्य सरकार के निर्देश पर जिले के हर कलेक्टर भिक्षुओं को रैन बसेरा में सहारा देने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. कई सालों बाद जबलपुर में भी यह नजारा दिख रहा है कि जब कलेक्टर हाथ जोड़कर भिक्षुओं से रैन बसेरे में जाने का निवेदन कर रहे हो.
कलेक्टर ने भिक्षुओं से किया निवेदन
राज्य सरकार के निर्देश पर जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा रविवार की देर रात शहर की सड़कों पर उतरे और सड़कों पर सो रहे भिक्षुओं से निवेदन किया कि वह इस कड़कड़ाती ठंड में सड़कों पर न रहे. कलेक्टर ने उनके पास जाकर निवेदन किया कि उनके रहने की व्यवस्था हमें रेन बसेरा की है. कलेक्टर कर्मवीर शर्मा आज पूरे शहर में घूमते हुए नजर आए और वह भिक्षुओं से निवेदन कर रहे थे कि सभी लोग रैन बसेरा में जाकर ठहरे.
कलेक्टर ने भिक्षुओं से किया निवेदन महिला ने सुनाई जिला प्रशासन को खरी-खोटीजिला प्रशासन के अधिकारी जब सड़कों पर रह रहे भिक्षुओं को रैन बसेरा में जाने का निवेदन किया तो उस दौरान एक महिला जो कि अपने मासूम बच्चे को गोद में लेकर सड़क किनारे बैठी थी. उसने जिला प्रशासन के अधिकारियों पर जमकर हमला बोला. महिला ने कहा कि जब पूरे देश में कोरोना झेल रहा था और हम शहर की सड़कों पर बैठे हुए थे. उस समय आप लोग कहां थे. महिला ने जिला प्रशासन पर कई तरह के उपेक्षाओं के गंभीर आरोप भी लगाए.
'अभी चलो साथ हमारे कल सुबह भले ही आ जाना वापस'जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा भिक्षुओं को रैन बसेरा में शिफ्ट करने के लिए जब सड़कों पर उतरे तो वहां सो रहे भिक्षुओं ने साफ तौर पर कलेक्टर को मना कर दिया. जिस पर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने भिक्षुओं से निवेदन किया कि अभी बहुत ही ठंड है. इस को देखते हुए वह लोग रैन बसेरा में शिफ्ट हो जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी साथ में चलो भले ही कल वापस फिर आ जाना.