जबलपुर। शहर में एक बार फिर निजी अस्पताल पर इलाज के दौरान लापरवाही का आरोप लगा है. अस्पताल प्रबंधन पर आरोप है कि इलाज में देरी होने के चलते महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई. हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजनों के आरोपों को नकार दिया है. केंद्रीय सुरक्षा संस्थान के कर्मचारी ने अस्पताल प्रबंधन की कलेक्टर से शिकायत करने की बात कही है.
दरअसल आर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया के कर्मचारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि 16 अप्रैल की दोपहर को उनकी पत्नी के पेट में तेज दर्द हुआ था. जिसके बाद वह अपनी पत्नी को पहले रांझी स्थित एक निजी अस्पताल और फिर फैक्ट्री के अस्पताल ले गए. दर्द ज्यादा होने के चलते डॉक्टरों ने महिला को मार्बल सिटी अस्पताल रैफर कर दिया. मार्बल हॉस्पिटल से भी महिला को बिना जांच के सिटी अस्पताल और वहां से मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया.
मेडिकल कॉलेज में जांच के दौरान पता चला कि गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई है. साथ ही बच्चे की मौत के चलते महिला के पेट में भी संक्रमण फैल गया है.मार्बल सिटी के डॉक्टर नागराज ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि हॉस्पिटल में जांच के बाद ही बच्चे की मौत के बारे में बता दिया गया था. जितेंद्र का आरोप है कि इलाज में देरी के चलते बच्चे की मौत हो गई है. बच्चे की मौत पर परिजनों में आक्रोश है.