जबलपुर। लार्डगंज थाना अंतर्गत आगा चौक स्थित मेडिसिटी अस्पताल (Life Medicity Hospital) में सोमवार शाम करीब 9 बजे उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब रूम नम्बर 301 के छज्जे की सीलिंग भरभराकर गिर (Ceiling Fall Down) गया. हादसे के दौरान कमरे में महिला मरीज थी, जिनकी देखभाल के लिए उनके पति भी वहीं मौजूद थे. अचानक रूम की सीलिंग नीचे गिरने से अस्पताल परिसर में भगदड़ मच गई.
आईसीयू से कमरा नंबर 301 में किया था शिफ्ट
मिली जानकारी के मुताबिक, 67 वर्षीय शुभलता जैन का मेडिसिटी अस्पताल में इलाज चल रहा था. आईसीयू (ICU Ward) के बाद उन्हें रूम नंबर 301 में शिफ्ट किया गया था. शिफ्ट होने के बाद मरीज की देखभाल के लिए उनके पति वहीं ठहरे हुए थे. सोमवार देर शाम अचानक कमरे का सीलिंग भरभराकर गिर गया. हादसे में मरीज को तो कोई चोट नहीं आई, लेकिन शुभलता जैन के पति सुशील जैन के हाथ और सिर में चोटें आई है.
मौके पर नहीं पहुंचा अस्पताल का कोई भी कर्मचारी
हादसे के दौरान जब अस्पताल प्रशासन (Medicity Hospital Management) को आवाज लगाई तो कोई भी कर्मचारी उन्हें बचाने नहीं आया. सुशील जैन ने ही गोद में उठाकर आनन-फानन में उन्हें कमरे से बाहर निकाला. काफी देर बाद हॉस्पिटल के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उन्हें दूसरे रूम में शिफ्ट कराया.
परिजनों को नहीं दिखाया हादसे वाला कमरा
बताया जा रहा है कि परिजनों ने जब घटना वाले रूम को देखना चाहा तो, अस्पताल प्रबंधन ने साफ इनकार कर दिया और रूम में ताला डाल दिया. जिसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन कमरा दिखाने के नाम पर घुमाता रहा लेकिन कमरा नहीं दिखाया. बता दें कि मेडिसिटी अस्पताल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान (Second Wave of Corona) लापरवाही के चलते विवादों में भी रहा है.
दो निजी अस्पतालों को नोटिस, मरीज का इलाज करने से किया था मना
मेडिसिटी अस्पताल के कमरा नंबर 301 में मरीज शुभलता जैन एडमिट हैं. तभी कमरे की सीलिंग गिर गई. इस दौरान उनके पति भी वहीं मौजूद थे, जिनके दाहिने हाथ पर चोट आई है. हालांकि मरीज को कोई नुकसान नहीं हुआ है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
प्रफुल्ल श्रीवास्तव, टीआई लार्डगंज