जबलपुर। जिले में जहां डेंगू (Dengue in Jabalpur) के रोजाना केस आ रहे हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग भी व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है. हालांकि कांग्रेस का दावा है कि डेंगू को लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था (Jabalpur Health Infrastructure) न काफी हैं. वहीं भाजपा का कहना है कि हर मौत डेंगू नहीं होता है, क्योंकि एलयाजा टेस्ट (Dengue Elijah Test) से पहले नहीं कहा जा सकता है कि मौत डेंगू से हुई है या नहीं.
अभी तक डेंगू से एक भी मौत नहीं
कोरोना के साथ-साथ अब डेंगू भी पैर पसार रहा है. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि डेंगू से निपटने के लिए तमाम व्यवस्था की गई हैं. सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुरारिया का कहना है कि जिले में बढ़ते केस को देखते हुए अभी तक साढे़ पांच हजार से ज्यादा लोगों के एलयाजा टेस्ट करवाए गए हैं, जिसमें 350 लोग डेंगू पॉजिटिव (Dengue Positive in Jabalpur) पाए गए हैं. इनमें करीब 170 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं. सीएमएचओ (Jabalpur CMHO)की माने तो बच्चों की ओपीडी में भी वायरल बुखार बढ़ा हुआ है, जिसमें आने वाले 15 दिन संभल कर रहने की जरूरत है. वहीं सीएमएचओ का बयान सामने आया है कि अभी तक जबलपुर में एक भी डेंगू से मौत नहीं हुई है.
स्वास्थ्य विभाग के दावों पर कांग्रेस का पलटवार
जबलपुर में बढ़ रहे डेंगू और स्वास्थ्य विभाग के दावों को लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है. पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा कि शहर के श्मशान घाट में घूम लीजिए समझ में आ जायेगा कि कितनी मौते हुई हैं. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो डेथ ऑडिट (Jabalpur Death Audit) करवा ले, सब समझ में आ जायेगा. वहीं दूसरी और भाजपा सांसद राकेश सिंह (Bjp Leader Rakesh Singh) का कहना है कि जब तक एलयाजा टेस्ट नहीं होता, तब तक डेंगू से मौत कहना जल्दबाजी होगी.
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बहरहाल, जिले में बढ़ते डेंगू के केस से बचने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग (Jabalpur Health Department) ने एलयाजा टेस्ट का बहाना लेना शुरू कर दिया है. फिलहाल विपक्ष जहां डेंगू को लेकर सरकार को चैलेंज कर रही है, वही सत्ता इस मामले में बचाव के रूख में आ गई है.