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Bishop PC Singh का एक ओर कारनामा, फर्जीवाड़ा कर बदल डाला नागपुर एजुकेशन बोर्ड का नाम

शैक्षणिक संस्थाओं की राशि के दुरूपयोग तथा मिशन की संम्पत्ति के फर्जीवाड़ा में जेल की हवा खा रहे पूर्व बिशप पीसी सिंह (bishop pc singh) के नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं. पीसी सिंह ने फर्जीवाड़ा कर नागपुर एजुकेशन बोर्ड का नाम बदलकर उस पर कब्जा जमा लिया था.

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Published : Nov 15, 2022, 10:07 PM IST

जबलपुर। मिशनरी की जमीन को बेचकर करोड़ों की काली कमाई करने वाले प्रेमचंद उर्फ बिशप पीसी सिंह के रोजाना नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं (bishop pc singh) . शैक्षणिक संस्थाओं से करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने के मामले में जेल में बंद पूर्व बिशप पीसी सिंह के मामले में एक नया मोड़ आया है. इस मामले की जांच में जुटी ईओडब्ल्यू के समक्ष नागपुर डायोसिस के वर्तमान सचिव ने जो दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं, उससे यह साबित होता है कि पीसी सिंह ने फर्जीवाड़ा कर नागपुर एजुकेशन बोर्ड का नाम बदलकर उस पर कब्जा जमा लिया था (bishop renamed nagpur education board).

दस्तावेजों के आधार पर एफआईआर दर्ज: ईओडब्ल्यू की जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि वर्ष 2003 में पीसी सिंह विशप बने थे. उसके बाद उसने नागपुर के बिशप डीपी भुपारे से सांठगांठ कर नागपुर डायोसिस के अंतर्गत संचालित होने वाली क्राइस्ट चर्च स्कूलों को नागपुर डायोसिस से अलग करने की अनुमति दी थी. मामले में नागपुर डायोसिस के सचिव ने ईओडब्ल्यू के समक्ष प्रस्तुत होकर मूल दस्तावेज प्रस्तुत किए. नागपुर डायोसिस से क्राइस्ट चर्च स्कूलों को अलग किए जाने के निर्णय पर सवाल खड़े किए हैं. नागपुर डायोसिस से संचालित होने वाली क्राइस्ट चर्च स्कूलों का बोर्ड बदले जाने के मामले को लेकर संस्था से जुड़े किसी व्यक्ति द्वारा नागपुर थाने में शिकायत दी गई है. जिसमें पीसी सिंह व सुरेश जैकब के द्वारा फर्जीवाड़ा किए जाने का आरोप लगाया गया है. इस शिकायत की जांच की जा रही है और दस्तावेजों के आधार पर एफआईआर दर्ज की जा सकती है.

Bishop PC Singh: पूर्व बिशप पीसी सिंह की बेटी EOW के रडार में, 5 करोड़ में की थी MBBS का कोर्स

ईओडब्ल्यू ने की थी छापामार कार्रवाई: ईओडब्ल्यू की टीम ने नेपियर टाउन स्थित बिशप पीसी सिंह के बंगले में कुछ दिनों पहले छापामार कार्रवाई की थी. इस दौरान यहां से 1 करोड़ 60 लाख रुपए नगद एवं 2 किलो सोना सहित लग्जरी कारें भी मिली थीं. इसके बाद बिशप पीसी सिंह को नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था और आज भी उसके काले कारनामे लगातार सामने आ रहे हैं.

पत्नी और बेटे के नाम खरीदी थी करोड़ों की प्रापर्टी: इस बीच ईओडब्ल्यू को यह जानकारी भी मिली है कि बिशप पीसी सिंह ने अपने और पत्नी व बेटे के नाम पर भी करोड़ों की प्रापर्टी खरीदी है. विभिन्न स्थानों पर खरीदी गई इन प्रापर्टीज में बिशप द्वारा कहां से लाई गई राशि का उपयोग किया गया है अब इओब्ल्यू द्वारा इसकी भी जांच की जा रही हैं. गौरतलब है कि ईसाई धर्मगुरु व पूर्व बिशप पीसी सिंह पर की गई कार्रवाई के बाद जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है. नए नए खुलासे होते चले गए. पीसी सिंह ने सुरेश जैकब की मदद से मिशनरी की जमीनों की खरीद फरोख्त में करोड़ों रुपए कमाए.

जबलपुर। मिशनरी की जमीन को बेचकर करोड़ों की काली कमाई करने वाले प्रेमचंद उर्फ बिशप पीसी सिंह के रोजाना नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं (bishop pc singh) . शैक्षणिक संस्थाओं से करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने के मामले में जेल में बंद पूर्व बिशप पीसी सिंह के मामले में एक नया मोड़ आया है. इस मामले की जांच में जुटी ईओडब्ल्यू के समक्ष नागपुर डायोसिस के वर्तमान सचिव ने जो दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं, उससे यह साबित होता है कि पीसी सिंह ने फर्जीवाड़ा कर नागपुर एजुकेशन बोर्ड का नाम बदलकर उस पर कब्जा जमा लिया था (bishop renamed nagpur education board).

दस्तावेजों के आधार पर एफआईआर दर्ज: ईओडब्ल्यू की जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि वर्ष 2003 में पीसी सिंह विशप बने थे. उसके बाद उसने नागपुर के बिशप डीपी भुपारे से सांठगांठ कर नागपुर डायोसिस के अंतर्गत संचालित होने वाली क्राइस्ट चर्च स्कूलों को नागपुर डायोसिस से अलग करने की अनुमति दी थी. मामले में नागपुर डायोसिस के सचिव ने ईओडब्ल्यू के समक्ष प्रस्तुत होकर मूल दस्तावेज प्रस्तुत किए. नागपुर डायोसिस से क्राइस्ट चर्च स्कूलों को अलग किए जाने के निर्णय पर सवाल खड़े किए हैं. नागपुर डायोसिस से संचालित होने वाली क्राइस्ट चर्च स्कूलों का बोर्ड बदले जाने के मामले को लेकर संस्था से जुड़े किसी व्यक्ति द्वारा नागपुर थाने में शिकायत दी गई है. जिसमें पीसी सिंह व सुरेश जैकब के द्वारा फर्जीवाड़ा किए जाने का आरोप लगाया गया है. इस शिकायत की जांच की जा रही है और दस्तावेजों के आधार पर एफआईआर दर्ज की जा सकती है.

Bishop PC Singh: पूर्व बिशप पीसी सिंह की बेटी EOW के रडार में, 5 करोड़ में की थी MBBS का कोर्स

ईओडब्ल्यू ने की थी छापामार कार्रवाई: ईओडब्ल्यू की टीम ने नेपियर टाउन स्थित बिशप पीसी सिंह के बंगले में कुछ दिनों पहले छापामार कार्रवाई की थी. इस दौरान यहां से 1 करोड़ 60 लाख रुपए नगद एवं 2 किलो सोना सहित लग्जरी कारें भी मिली थीं. इसके बाद बिशप पीसी सिंह को नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था और आज भी उसके काले कारनामे लगातार सामने आ रहे हैं.

पत्नी और बेटे के नाम खरीदी थी करोड़ों की प्रापर्टी: इस बीच ईओडब्ल्यू को यह जानकारी भी मिली है कि बिशप पीसी सिंह ने अपने और पत्नी व बेटे के नाम पर भी करोड़ों की प्रापर्टी खरीदी है. विभिन्न स्थानों पर खरीदी गई इन प्रापर्टीज में बिशप द्वारा कहां से लाई गई राशि का उपयोग किया गया है अब इओब्ल्यू द्वारा इसकी भी जांच की जा रही हैं. गौरतलब है कि ईसाई धर्मगुरु व पूर्व बिशप पीसी सिंह पर की गई कार्रवाई के बाद जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है. नए नए खुलासे होते चले गए. पीसी सिंह ने सुरेश जैकब की मदद से मिशनरी की जमीनों की खरीद फरोख्त में करोड़ों रुपए कमाए.

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