जबलपुर। भीषण गर्मी के बाद देर रात हुई प्री मानसून की बारिश ने एक ओर जहां आम लोगों को गर्मी से राहत दिलाई है, तो वहीं प्रशासनिक लापरवाही को भी उजागर कर दिया है. गेहूं खरीदी के बाद खुले आसमान में परिवहन के लिए पड़ा हजारों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग गया.
जबलपुर से लगे चरगवां खरीदी केन्द्र में इस साल कुल 60 हजार क्विंटल गेहूं की खरीदी की गई थी, लेकिन अब तक सिर्फ 22 हजार क्विंटल का ही परिवहन हो सका है. नतीजा यह हुआ कि बारिश से खुले आसमान के नीचे पड़ा गेहूं भीग गया. इससे बड़ा नुकसान प्रशासन को उठाना पड़ सकता है.
खरीदी केन्द्र प्रभारी के मुताबिक बारिश में भीगा गेहूं प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा है. खुले में पड़े गेहूं के लिए हर दिन व्हाटस्एप और अन्य माध्यमों से प्रशासन को परिवहन के लिए जानकारी दी गई थी, लेकिन परिवहन नहीं हो सका.
वहीं किसान भी अपनी उपज का नुकसान होता देख परेशान हैं. उनका कहना है कि खरीदी के बाद अब तक उन्हें भुगतान नहीं हुआ है और प्रशासन की गलती से अब सरकार को भी नुकसान झेलना पड़ेगा.