जबलपुर। शुक्रवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल हादसे में मरने वाले मजदूरों के शव स्पेशल ट्रेन से जबलपुर लाए गए हैं. जिसमें दो घायलों और बाकि आए मजदूरों को उतारकर मृतकों के शव को यहां से शहडोल और उमरिया के लिए भेजा गया. इन मजदूरों का अंतिम संस्कार उनके गांव में होगा. औरंगाबाद रेल हादसे में प्रदेश के 16 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई थी. इनमें से 11 शहडोल और 5 उमरिया के रहने वाले हैं.
हादसे का शिकार हुए मजदूरों के शव लेकर ट्रेन सुबह करीब 12 बजे जबलपुर रेलवे स्टेशन पहुंचीं. शहडोल के अंतौली गांव में एक साथ 9 चिताएं जलेंगी. ये मजदूर एक ही मोहल्ले के रहने वाले थे. पूरे गांव में मातम पसरा है.
रेलवे स्टेशन पर आज सुबह से ही गहमागहमी थी. जिला प्रशासन के तमाम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहें. मंडला के 2 मजदूर जिन्हें हल्की चोटें आई थीं, उन्हें एंबुलेंस से मंडला भेजा गया है.
1145 मजदूर भी ट्रेन से लाए गए
जानकारी के मुताबिक इस ट्रेन से महाराष्ट्र में फंसे 1145 श्रमिकों को भी लाया गया है. उनकी जांच और चेकअप के बाद बसों से घर भेजा जाएगा.
मृतकों के परिजनों को दी गई 5-5 लाख रुपए की मदद
मजदूरों को लेने के लिए मध्य प्रदेश से शुक्रवार को विशेष दल भेजा गया था. जिसमें मंत्री मीना सिंह और अपर मुख्य सचिव आईपीसी केसरी भी शामिल थे. प्रदेश सरकार ने घायलों की सहायता के लिए एक-एक लाख रुपए और मृतक श्रमिकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि, इस दुख की घड़ी में पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी.