जबलपुर। शाहपुरा स्थित ऑयल कंपनी HPL और भारत पेट्रोलियम के डिपो मैनेजर नितिन जैन पिछले कुछ दिनों से ऑयल टैंकरों से ऑयल चोरी करने वाले ड्राइवर-कंडक्टर पर कार्रवाई कर रहे हैं. इस वजह से लगातार ऑयल माफियाओं को नुकसान हो रहा है. ऐसे में ऑयल माफिया आशु अग्रवाल ने सरकारी इंजीनियर को उसकी ईमानदारी का सबक सिखाने की धमकी दी, और जब दो दिन बाद नितिन डिपो से घर के लिए लौट रहे थे, तो आशु अग्रवाल के गुर्गों के साथ मिलकर नितिन जैन को इतना मारा कि उनके पैर की कई हड्डियां टूट गई.
वारदात के बाद जब नितिन जैन कुछ हद तक स्वस्थ हुए, तो उन्होंने अपने साथ हुई वारदात की जानकारी दी, उन्होंने ने आरोपी ऑयल माफिया आशु अग्रवाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. लेकिन पुलिस अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. हालांकि, इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी.
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पहले भी हो चुकी हैं कई वारदातें
शाहपुरा में ये पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी सरकारी डिपो से ऑयल चोरी की कई घटनाएं हुई है, लेकिन जिस तरीके से पुलिस ने कार्रवाई की है, उससे ऐसा लगता है की पुलिस खुद इन आरोपियों को संरक्षण दे रही है. यहां जबलपुर पुलिस एक बार फिर फेल नजर आ रही है.
GPS से होती है ट्रैकिंग
जबलपुर की शाहपुरा तहसील में सरकारी ऑयल कंपनी HPL और भारत पेट्रोलियम का डिपो है, जहां देश की बड़ी रिफाइनरी कंपनियों से टैंकरों के जरिए डीजल-पेट्रोल और गैस आती है. जिसके बाद यहां से वो अलग-अलग जगहों के लिए भेजी जाती है. लेकिन इन टैंकरों के ड्राइवर-कंडक्टर ऑयल माफिया से मिलकर तेल चोरी करवाते हैं. इससे बचने के लिए इन सभी टैंकरों में GPS(Global Positioning System) डिवाइस लगाए गए हैं, ऐसे में अगर कोई भी टैंकर चालक सही समय पर मौके पर नहीं पहुंचता है, तो इसकी ट्रैकिंग की जाती है. इसके अलावा अगर गड़बड़ी होती है, तो इसकी जानकारी भी डिवाइस के जरिए रिकॉर्ड हो जाती है.