जबलपुर। मध्यप्रदेश में कोरोना काल से शुरू हुआ संक्रमण काल अब आम इंसानों से लेकर पालतू जानवरों तक पहुंच गया है. कोरोना वायरस ने जहां आम इंसानों की जिंदगी पर कोहराम मचाया तो उसके बाद लंपी वायरस ने पालतू गायों पर भी कहर बरपाया और अब पर्वो वायरस श्वानों पर संक्रमण फैला रहा है. जबलपुर जिले से सामने आई तस्वीरें श्वान मालिकों को सतर्क करने वाली खबर है... क्योंकि आपके घर का पालतू कुत्ता भी इस वायरस की चपेट में आ सकता है(parvo infection in pets). ठंड के इस मौसम में तेजी से श्वानों के बीच फैल रहे पर्वो वायरस से उल्टी, दस्त, तेज बुखार, खाने की इच्छा को त्याग देने जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं. जिससे श्वानों की जान तक जाने का खतरा बन पड़ा है.
संक्रमण का शिकार हो रहे बेजुबान जानवर: शहर के अधिकांश पैट क्लिनिक में पालतू श्वान और उनके मालिक इलाज के लिए लाइन में खड़े नजर आ रहे हैं. अमूमन आम अस्पतालों के आईसीयू बेड का नजारा पैटस क्लीनिक में देखने को मिल रहा है. जहां श्वानों को एंटीबायोटिक ड्रिप चढ़ाई जा रही है(Antibiotic drops being administered to dogs), ताकि वह जल्द इस वायरस से बच सकें. चिकित्सकों के मुताबिक ज्यादा खतरा कम उम्र के श्वानों पर बना हुआ है, जिन्हें यह वायरस तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है. दरअसल इन दिनों गांव हो या शहर कड़ाके की ठंडक कहर बरपा रही है. जिसके कारण आदमी ही नहीं ठंड से पशु पक्षियों के साथ-साथ बेजुबान पशुओं की भी दशा खराब हो गई है. खुले में घूम रहे इन जानवरों को खेतों में खाने के लिए हरा चारा तो मुहैया हो जा रहा है, लेकिन पीने के पानी के रूप में तालाब का ठण्डा पानी मिल रहा है, या फिर खेतों में गेहूं की सिंचाई के बाद नालियों में जो पानी बचता है उसका प्रयोग कर रहे हैं.
डॉक्टर ने दी सलाह: ठंडा पानी पीने के बाद पशुओं की हालत और भी खराब हो जा रही है. यही नहीं खुले में रहने वाले पशु बर्फीली हवाओं का सामना कर रहे हैं. इसकी वजह से पशु पक्षियों का जीवन पूरी तरह से बेहाल है, और वह बीमार पड़ रहे हैं. फिर जो भी पालतू जानवर इनकी जद में आ रहे हैं(animals are getting infected due to cold), वह इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं. ठंड के मौसम में चिकित्सक सलाह दे रहे हैं कि अनावश्यक तौर पर पालतू जानवरों को इधर उधर ना घुमाएं और किसी अन्य श्वान के संपर्क में आने से भी बचाएं. अगर श्वानों को ठंड ज्यादा लग रही है, उन्हें भी बचाव में रखना आवश्यक है, क्योंकि इससे उनकी इम्युनिटी कम हो रही है(doctor advised to keep pets safe).