जबलपुर। जबलपुर संभाग में बीते 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते संभाग के कई जिले प्रभावित हुए हैं. वहीं कुछ जिलों में सामान्य वर्षा ही दर्ज की गई है. छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, बालाघाट और सिवनी में तो बाढ़ के हालात बने हुए हैं. बाढ़ को देखते हुए प्रशासन ने 300 से ज्यादा लोगों को गांव से सुरक्षति स्थान पर भेज दिया है, जबकि जबलपुर संभाग कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी सभी कलेक्टरों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं.
कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी ने बताया कि भारी बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. छिंदवाड़ा, बालाघाट, नरसिंहपुर और सिवनी जिले में बाढ़ के हालात बन गए हैं. वहीं जबलपुर, कटनी, मंडला और डिंडोरी में सामान्य वर्षा दर्ज अभी तक की गई है.
झांसीघाट पुल से पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. जिसके चलते नरसिंहपुर- जबलपुर मार्ग बंद हो गया है. नरसिंहपुर-छिंदवाड़ा मार्ग के बीच का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के चलते यह रास्ता भी बंद हो गया है. वर्तमान में महाराष्ट्र से आने वाले वाहनों को मुलताई होते हुए भोपाल भेजा जा रहा है.
इधर जबलपुर जिले का बरगी बांध भी पानी से पूरी तरह भर गया है, जिसको काबू करने के लिए बांध के सभी 21 गेट खोल दिए गए हैं. इसके अलावा खंदारी-परियट जलाशय भी जलमग्न है. संभाग कमिश्नर ने बताया कि बरगी बांध से खोले गए गेटों के चलते निचले इलाकों और आस-पास के जिलों में अलर्ट जारी भी किया गया है. जिन जिलों में बाढ़ से हालात बिगड़े हैं, उन जिलों के कलेक्टर से कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी संपर्क में हैं.
संभाग कमिश्नर ने बताया कि भारी बारिश के कारण छिंदवाड़ा जिले के हालात सबसे ज्यादा बेकाबू हुए हैं. इस जिले में अभी तक 3 लोगों की जान गई है, जबकि साढ़े तीन सौ से ज्यादा परिवारों को गांव से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है. इसके अलावा संभाग के 50 से ज्यादा गांवों को बाढ़ के मद्देनजर खाली भी करवाया गया है.