जबलपुर। मध्यप्रदेश में बिजली चोरी (Electricity theft MP) की समस्या का निदान नहीं हो रहा है. आमजन को सरकार (MP Government) जहां महंगी बिजली दे रही है, वहीं प्रदेश के कई जिलों में लोग धड़ल्ले से चोरी की बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं. लिहाजा, ऊर्जा मंत्री की फटकार के बाद प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं बिजली कंपनियों के अध्यक्ष संजय दुबे महाकौशल-विंध्य के दौरे पर निकले हैं, एक तो मंत्री की फटकार दूसरा जनता की बिजली को लेकर नारजगी. ऊर्जा सचिव सजंय दुबे (Energy Secretary Snajay Dubey) का दौरा पूरा गोपनीय रहा. खास बात यह है कि उनके जबलपुर आने की भनक विभागीय कुछ अधिकारियों को छोड़कर किसी को नहीं लगी.
ऊर्जा सचिव ने मीडिया से भी बनाई दूरी
ऊर्जा सचिव का जबलपुर दौरा पूरी तरह से गोपनीय रखा गया. इस बारे में न ही मीडिया को जानकारी दी गई और न ही जनप्रतिनिधियों को. समझा जा रहा था कि ऊर्जा सचिव अपने दौरे पर कुछ धमाका करेंगे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. जबलपुर वासियों को उम्मीद थी कि बिजली समस्या को लेकर वो जनता और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर जिले की बिजली संबधित समस्या जानेंगे. अपने साथ चन्द अधिकारियों को लेकर ऊर्जा सचिव ने खानापूर्ति दौरा किया और दूसरे जिले निकल गए. इस दौरान ऊर्जा सचिव ने मीडिया से भी दूरी बनाकर रखी.
बिजली चोरी करने का अनोखा मामला
जबलपुर में संजय दुबे ने निरीक्षण (Energy Secretary Inspection Jabalpur) के दौरान एक ऐसे मीटर की जांच करवाई जो की ऊपर से बिल्कुल सामान्य लग रहा था. विद्युत कर्मियों ने जब उस मीटर खोला तो उसके भीतर इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस (Electronics Device Temper) को टेंपर कर बिजली चोरी की जा रही थी. इसमें कहीं से भी बिजली चोरी करने का संदेह नहीं हो रहा था. एक व्यक्ति के मकान में पोल से सर्विस लाइन के साथ-साथ एक समानांतर लाइन खींची गई थी, जिससे वह चोरी की बिजली का उपयोग कर रहा था.
निरीक्षण के दौरान यह रहे मौजूद
ऊर्जा सचिव संजय दुबे ने जबलपुर औचक निरीक्षण के दौरान पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक लवी किरण गोपाल, ऊर्जा विभाग के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी नीरज अग्रवाल, ऊर्जा विभाग के उपसचिव जाहिद अजीज खान को साथ में लेकर चार खंबा, मदार टेकरी, स्लाटर हाउस क्षेत्र में पैदल घूमे और बिजली कनेक्शन का जायजा लिया. उन्होंने छापामार शैली में क्षेत्र का दौरा कर वस्तुस्थिति को समझा.