ETV Bharat / state

प्रशासन ने पटाखा मार्केट बंद कराया, कहा - शहर के बाहर लगाएं दुकान, भाजपा ने जताई आपत्ति

जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के आदेश पर जबलपुर शहर में लगी तमाम दुकानों को पुलिस प्रशासन ने मिलकर बंद करवा दिया है, लिहाजा इसको देखते हुए पटाखा व्यापारियों में खासा आक्रोश भी नजर आ रहा है.

Administration closed cracker market
प्रशासन ने पटाखा मार्केट बंद कराया
author img

By

Published : Nov 12, 2020, 4:40 AM IST

जबलपुर। साल का सबसे बड़ त्योहार दिवाली इस वर्ष कोरोना की भेंट चढ़ गया है, देश में लगातार बढ़ते कोरोना के केस को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इस साल पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. खासकर वह शहर जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स बड़ी हुई है, मध्यप्रदेश का जबलपुर भी ऐसा ही शहर है जहां पर इंडेक्स बढ़ा हुआ है. लिहाजा जबलपुर कलेक्टर ने पटाखे फोड़ने और पटाखे की दुकान लगाने पर अचानक ही प्रतिबंध लगा दिया है.

प्रशासन ने पटाखा मार्केट बंद कराया
जबलपुर शहर में लगी दुकानों को करवाया गया बंद

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के आदेश पर जबलपुर शहर में लगी तमाम दुकानों को पुलिस प्रशासन ने मिलकर बंद करवा दिया है, लिहाजा इसको देखते हुए पटाखा व्यापारियों में खासा आक्रोश भी नजर आ रहा है. पटाखा व्यापारियों का कहना है, पहले तो प्रशासन ने पटाखे की दुकान लगाने का लाइसेंस दिया और उसके बाद बिना सूचना दिए ही दुकान बंद करवाई जा रही है, जो कि पूरी तरह से गलत है. हालांकि इस दौरान पटाखा व्यापारियों ने प्रशासन से यह जानने की कोशिश भी की आखिर अचानक से इस तरह का निर्णय क्यों लिया जा रहा है, लेकिन इसको लेकर प्रशासन के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए.

शहर से बाहर लगा सकते हैं दुकान

पटाखा व्यापारियों का कहना है, जबलपुर जिला प्रशासन ने अचानक से जो आदेश निकाले हैं, उस आदेश में कहा जा रहा है कि कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर पटाखे की दुकान सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में ही लगाई जा सकती है. जबकि शहरी क्षेत्र में दुकान लगाने पर कलेक्टर ने प्रतिबंध लगाया हुआ है, लिहाजा अचानक से ही इस आदेश के आने के बाद पटाखा व्यापारी सकते में हैं.

कल निगम ने लिया टैक्स और आज प्रशासन ने दुकान करवा दी बंद

पटाखा व्यापारी संजय कुमार का कहना है, जबलपुर नगर निगम ने पटाखा दुकान लगाने के लिए शहर के गोल बाजार में बकायदा अनुमति दी थी और उसके बाद निगम ने टैक्स भी वसूला, जिसके बाद तमाम पटाखा व्यापारियों ने अपनी दुकान को सजाने के लिए दो दिन लगा दिए लेकिन आज अचानक से ही प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस गोल बाजार पहुंचती है और उनके दुकान बंद करवा देती है, जबकि इससे पहले प्रशासन के द्वारा कोई भी सूचना नहीं दी गई.

कलेक्टर से मिलेगा भाजपा प्रतिनिधि मंडल

एनजीटी की रिपोर्ट के बाद जिला प्रशासन द्वारा अचानक शहर के पटाखा व्यापारियों की दुकानों को बंद कराये जाने पर भाजपा का प्रतिनिधिमंडल कल कलेक्टर जबलपुर से मिलकर चर्चा करेगा. भाजपा नगर अध्यक्ष के मुताबिक दिवाली जैसे सबसे बड़े त्यौहार पर जबलपुर के पटाखा व्यापारी प्रतिवर्ष पूंजी लगाकर व्यापार करते हैं और इस बार भी उन्होंने अपनी दुकानों को खोला लेकिन अचानक उनकी दुकानों को बंद कराये जाने से व्यापारियों को बड़ा नुकसान होगा, इसके लिए बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से मिलकर व्यापारियों की समस्या को हल करने पर चर्चा करेगा.

जबलपुर। साल का सबसे बड़ त्योहार दिवाली इस वर्ष कोरोना की भेंट चढ़ गया है, देश में लगातार बढ़ते कोरोना के केस को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इस साल पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. खासकर वह शहर जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स बड़ी हुई है, मध्यप्रदेश का जबलपुर भी ऐसा ही शहर है जहां पर इंडेक्स बढ़ा हुआ है. लिहाजा जबलपुर कलेक्टर ने पटाखे फोड़ने और पटाखे की दुकान लगाने पर अचानक ही प्रतिबंध लगा दिया है.

प्रशासन ने पटाखा मार्केट बंद कराया
जबलपुर शहर में लगी दुकानों को करवाया गया बंद

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के आदेश पर जबलपुर शहर में लगी तमाम दुकानों को पुलिस प्रशासन ने मिलकर बंद करवा दिया है, लिहाजा इसको देखते हुए पटाखा व्यापारियों में खासा आक्रोश भी नजर आ रहा है. पटाखा व्यापारियों का कहना है, पहले तो प्रशासन ने पटाखे की दुकान लगाने का लाइसेंस दिया और उसके बाद बिना सूचना दिए ही दुकान बंद करवाई जा रही है, जो कि पूरी तरह से गलत है. हालांकि इस दौरान पटाखा व्यापारियों ने प्रशासन से यह जानने की कोशिश भी की आखिर अचानक से इस तरह का निर्णय क्यों लिया जा रहा है, लेकिन इसको लेकर प्रशासन के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए.

शहर से बाहर लगा सकते हैं दुकान

पटाखा व्यापारियों का कहना है, जबलपुर जिला प्रशासन ने अचानक से जो आदेश निकाले हैं, उस आदेश में कहा जा रहा है कि कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर पटाखे की दुकान सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में ही लगाई जा सकती है. जबकि शहरी क्षेत्र में दुकान लगाने पर कलेक्टर ने प्रतिबंध लगाया हुआ है, लिहाजा अचानक से ही इस आदेश के आने के बाद पटाखा व्यापारी सकते में हैं.

कल निगम ने लिया टैक्स और आज प्रशासन ने दुकान करवा दी बंद

पटाखा व्यापारी संजय कुमार का कहना है, जबलपुर नगर निगम ने पटाखा दुकान लगाने के लिए शहर के गोल बाजार में बकायदा अनुमति दी थी और उसके बाद निगम ने टैक्स भी वसूला, जिसके बाद तमाम पटाखा व्यापारियों ने अपनी दुकान को सजाने के लिए दो दिन लगा दिए लेकिन आज अचानक से ही प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस गोल बाजार पहुंचती है और उनके दुकान बंद करवा देती है, जबकि इससे पहले प्रशासन के द्वारा कोई भी सूचना नहीं दी गई.

कलेक्टर से मिलेगा भाजपा प्रतिनिधि मंडल

एनजीटी की रिपोर्ट के बाद जिला प्रशासन द्वारा अचानक शहर के पटाखा व्यापारियों की दुकानों को बंद कराये जाने पर भाजपा का प्रतिनिधिमंडल कल कलेक्टर जबलपुर से मिलकर चर्चा करेगा. भाजपा नगर अध्यक्ष के मुताबिक दिवाली जैसे सबसे बड़े त्यौहार पर जबलपुर के पटाखा व्यापारी प्रतिवर्ष पूंजी लगाकर व्यापार करते हैं और इस बार भी उन्होंने अपनी दुकानों को खोला लेकिन अचानक उनकी दुकानों को बंद कराये जाने से व्यापारियों को बड़ा नुकसान होगा, इसके लिए बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से मिलकर व्यापारियों की समस्या को हल करने पर चर्चा करेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.