जबलपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने दिल्ली उपद्रव को लेकर कांग्रेस लीडर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि बीते दिनों जांच में भी खुलासा हुआ था कि कांग्रेस लीडर्स के खातों में PFI की बड़ी फंडिंग हुई थी. ऐसे में किन लोगों को ये फंडिंग की गई है सब समझ में आ रहा है. सीएए विरोध के नाम पर देश विरोधी बातों को अंजाम दिया जा रहा है, लेकिन देश की जांच एजेंसियों पर पूरा भरोसा है. ऐसे में जल्द ही जांच में सभी लोग बेनकाब हो जाएंगे.
'दोषियों के वकील और आप में कोई अंतर नहीं'
निधि त्रिपाठी ने कहा कि दिल्ली निर्भया केस में लगातार बढ़ती फांसी की सजा की तारीख बहुत ही दुखद है. आरोपी मानव अधिकार की आड़ में माफी की मांग कर रहे हैं. बहुत दुखद है, जब महिलाओं के लिए लड़ने वाली इंदिरा जयसिंह जैसी महिला निर्भया की मां से आरोपियों को माफ करने का आग्रह करें, जो कि बहुत शर्मनाक है. निर्भया रेपकांड दोषियों की वकील इंदिरा जयसिंह और आम आदमी पार्टी के वकीलों में कोई अंतर नहीं है. जिस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया हो उस बच्ची को अब तक न्याय नहीं मिला है.
आज दुष्कर्म पीड़िता आत्मदाह करने को मजबूर
इधर, बैतूल में दुष्कर्म पीड़िता की आत्महत्या की घटना पर भी प्रदेश सरकार को निधि त्रिपाठी ने आड़े हाथ लेते हुए कहा कि एक मध्यप्रदेश वह था जहां 18 दिन में नाबालिग से दुष्कर्म आरोपी को फांसी की सजा सुनाई गई थी और दूसरा मध्यप्रदेश आज है जहां दुष्कर्म पीड़िता न्याय न मिलने पर आत्मदाह करने को मजबूर हो गई है. ये घटना हमारे समाज, प्रशासन व सरकार के लिए बेहद शर्मनाक है. ऐसे में हम मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार को दुष्कर्म की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ठोस व कठोर कदम उठाने होंगे ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके.