जबलपुर। आगरा में हाल ही में आयोजित 70वे वार्षिक सम्मेलन (70th annual conference in agra) में जबलपुर के डॉ वाईआर यादव को न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (NSI) के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है. NSI न्यूरोसर्जन, न्यूरोफिज़िशियन, न्यूरो-रेडियोलॉजिस्ट, न्यूरो-एनेस्थेसियोलॉजिस्ट और भारत के अन्य संबद्ध न्यूरो-विशेषज्ञ काी एक शीर्ष संस्था है. जिसकी स्थापना 1951 में हुई थी. डॉ वाई आर यादव एमपी या छत्तीसगढ़ के पहले न्यूरोसर्जन न्यूरोफिज़िशियन हैं, जिन्हें एनएसआई के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है (yr yadav first neuro doctor of mp chhattisgarh).
डॉ. वाईआर ने अनुसंधान में दिया महत्वपूर्ण योगदान: उन्होंने प्रदेश व देश के सभी न्यूरो साथियों का उन पर विश्वास जताने के लिए आभार व्यक्त किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह सोसाइटी के उच्च मानकों को बनाए रखने की कोशिश करेंगे और अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने की कोशिश करेंगे. उन्होंने सभी साथियों से अनुरोध किया है कि समाज की बेहतरी के लिए और बड़े पैमाने पर जनता की बेहतर सेवा के लिए सुझाव दें. डॉ वाईआर यादव विशेष रूप से न्यूरोएंडोस्कोपी में उनके योगदान के लिए विश्व प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन हैं (Dr YR Yadav Of Jabalpur Elected Chairman Of NSI). डॉ यादव ने अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. साथ ही 48 पुस्तक अध्यायों सहित 9500 से ज्यादा उद्धरण, 55 लाइव वर्कशॉप में एंडोस्कोपिक ब्रेन और स्पाइन की ट्रेनिंग दी.
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न्यूरोसर्जन फोरम के रह चुके हैं अध्यक्ष: एक नया ट्यूबलर ब्रेन रिट्रैक्टर, संशोधित ब्रेन रिट्रेक्टर और सस्ता न्यूरोएंडोस्कोपी प्रशिक्षण मॉडल को ईजाद किया. उन्हें प्रतिष्ठित चरक पुरस्कार, आईएमए द्वारा सर्वोच्च चिकित्सा पुरस्कार प्राप्त हुआ. वहीं Neuroendoscopic Surgery A comprehensive approach पुस्तक के संपादक हैं और न्यूरोलॉजी इंडिया जर्नल के सह-संपादक हैं. उन्होंने कई न्यूरोएंडोस्कोपिक और अन्य नवीन तकनीकों का दुनिया में पहली बार वर्णन किया है. वही न्यूरोएंडोस्कोपी सोसाइटी ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष, एमपी न्यूरोसाइंस एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष, NSI के कार्यकारी समिति के सदस्य और NSI (2017-2021) के युवा न्यूरोसर्जन फोरम के अध्यक्ष रह चुके हैं.