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मौत का Online connection: WhatsApp से भेजा मौत का मैसेज और फांसी के फंदे पर झूल गया घर का चिराग

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Published : Aug 11, 2021, 4:52 PM IST

Updated : Aug 12, 2021, 8:17 PM IST

इंदौर में ऑनलाइन सट्टे में 10 लाख रुपए गंवाने वाले युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के परिजन का कहना है कि आत्महत्या से पहले युवक ने व्हाट्सएप के माध्यम से मैसेज भी भेजा था. मैसेज में युवक ने खुदकुशी का कारण कर्ज और सट्टे की लत बताया. (Online Satta)

deceased Divyansh Mehta
मृतक दिव्यांश मेहता

इंदौर। एरोड्रम थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक की ऑनलाइन सट्टे ने जान ले ली. इंदौर में MPEB में काम करने वाला 23 वर्षीय युवक ऑनलाइन सट्टा खेलता था. इस दौरान उस पर 10 लाख रुपए से अधिक का कर्ज हो गया था. कर्ज से परेशान होकर युवक ने बुधवार को अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. (Online Satta)

मौत का ऑनलाइन कनेक्शन

आत्महत्या की सूचना व्हाट्सएप पर

एरोड्रम थाना क्षेत्र में रहने वाले दिव्यांश मेहता ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के परिजन का कहना है कि दिव्यांश ने मरने से पहले अपने घर के लोगों को व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना दी थी. लेकिन जब तक परिजन घर पहुंचते, दिव्यांश ने खुदकुशी कर ली थी. परिजन ने बताया कि ऑनलाइन सट्टे के कारण दिव्यांश पर 10 लाख रुपए का कर्ज हो गया था. जिसके चलते उसने यह खतरनाक कदम उठाया.

इंदौर में सटोरिए सक्रीय

शहर के कई इलाकों में ऑनलाइन सट्टा खिलाने का काम होता है. चंदननगर, बाणगंगा, छत्रीपुरा, द्वारकापुरी में ये धंधा इन दिनों खूब फल-फूल रहा है. बुकी यहां सक्रिय हैं. कोई बी शख्स जो ऑनलाइन सट्टा खेलना और लगाना चाहता है ऐप के जरिए या ऑफलाइन दांव लगाने की सुविधा बुकी देते हैं. इसके लिए पर्ची देने की बातें सामने आती रही हैं.

पुणे के साथ ही इंदौर है ऑनलाइन सट्टे का गढ़

इंदौर में (online Satta) ऑनलाइन सट्टा अवैध मगर बड़े कारोबार की शक्ल अख्तियार करता ज रहा है. इसके लिए अभी तक पुणे ही बुकीज़ (Bookies) की पहली पसंद था मगर अब इंदौर भी इस लाइन में लग गया है. इसके बाद जयपुर और दिल्ली का नंबर आता है.

दर्द जब हद से गुजरता है! बेटे की यातनाओं से परेशान पिता ने की आत्महत्या की कोशिश, किस्मत से बच गई जान

इंदौर में ऑनलाइन सट्टे ने पसारे पैर

इंदौर किसी समय सट्टे का गढ़ हुआ करता था. यहां सर्राफा बाजार, मल्हारगंज ऐसे क्षेत्र थे जहां घर-घर में लोग सट्टे का काम करते थे. पहले दिल्ली और मुंबई से सट्टा चलता था, जिसे पर्ची वाला सट्टा कहते थे. उसका बड़ा काम काज इंदौर में भी होता था. सट्टा व्यापार अब ऑनलाइन हो गया है. पर्ची सट्टा अब पूरी तरह से बंद हो गया है. इंदौर में भी अब ऑनलाइन सट्टा पनप चुका है.

क्रिकेट के साथ अन्य चीजों पर भी लगता है सट्टा

इंदौर के सट्टेबाज इस तरह सक्रिय हैं कि वह क्रिकेट तक ही सीमित नहीं रहे. इंदौर की बात करें तो जहां पहले इंदौर में अधिकतर सट्टा क्रिकेट मैच पर लगता था तो वहीं अब ऑनलाइन सट्टा होने के कारण इंदौर के लोग क्रिकेट के साथ ही फुटबॉल, बैडमिंटन और अलग-अलग खेलों में सट्टा लगाते हैं. खेल के अलावा इंदौर में सोने-चांदी के भाव पर भी सट्टा लगाया जाता है.

विभिन्न ऐप के माध्यम से आसान हुई सट्टेबाजी

आज मोबाइल में विभिन्न तरह के ऐप मौजूद हैं. इन ऐपों में सट्टे लगाने वाले ऐप भी हैं. जिनमें धनराशि जमा कर सट्टा लगाया जाता है. क्रिकेट, फुटबॉल और भी अन्य खेलों पर सट्टा लगाया जाता है. आज मार्केट में लगभग 10 से 12 प्रचलित इस तरह की ऐप मौजूद हैं, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति आसानी से सट्टा लगा सकता है. इनके अलावा और भी ऐप हैं, जिन पर लोग सट्टा खेल रहे हैं.

इंदौर। एरोड्रम थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक की ऑनलाइन सट्टे ने जान ले ली. इंदौर में MPEB में काम करने वाला 23 वर्षीय युवक ऑनलाइन सट्टा खेलता था. इस दौरान उस पर 10 लाख रुपए से अधिक का कर्ज हो गया था. कर्ज से परेशान होकर युवक ने बुधवार को अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. (Online Satta)

मौत का ऑनलाइन कनेक्शन

आत्महत्या की सूचना व्हाट्सएप पर

एरोड्रम थाना क्षेत्र में रहने वाले दिव्यांश मेहता ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के परिजन का कहना है कि दिव्यांश ने मरने से पहले अपने घर के लोगों को व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना दी थी. लेकिन जब तक परिजन घर पहुंचते, दिव्यांश ने खुदकुशी कर ली थी. परिजन ने बताया कि ऑनलाइन सट्टे के कारण दिव्यांश पर 10 लाख रुपए का कर्ज हो गया था. जिसके चलते उसने यह खतरनाक कदम उठाया.

इंदौर में सटोरिए सक्रीय

शहर के कई इलाकों में ऑनलाइन सट्टा खिलाने का काम होता है. चंदननगर, बाणगंगा, छत्रीपुरा, द्वारकापुरी में ये धंधा इन दिनों खूब फल-फूल रहा है. बुकी यहां सक्रिय हैं. कोई बी शख्स जो ऑनलाइन सट्टा खेलना और लगाना चाहता है ऐप के जरिए या ऑफलाइन दांव लगाने की सुविधा बुकी देते हैं. इसके लिए पर्ची देने की बातें सामने आती रही हैं.

पुणे के साथ ही इंदौर है ऑनलाइन सट्टे का गढ़

इंदौर में (online Satta) ऑनलाइन सट्टा अवैध मगर बड़े कारोबार की शक्ल अख्तियार करता ज रहा है. इसके लिए अभी तक पुणे ही बुकीज़ (Bookies) की पहली पसंद था मगर अब इंदौर भी इस लाइन में लग गया है. इसके बाद जयपुर और दिल्ली का नंबर आता है.

दर्द जब हद से गुजरता है! बेटे की यातनाओं से परेशान पिता ने की आत्महत्या की कोशिश, किस्मत से बच गई जान

इंदौर में ऑनलाइन सट्टे ने पसारे पैर

इंदौर किसी समय सट्टे का गढ़ हुआ करता था. यहां सर्राफा बाजार, मल्हारगंज ऐसे क्षेत्र थे जहां घर-घर में लोग सट्टे का काम करते थे. पहले दिल्ली और मुंबई से सट्टा चलता था, जिसे पर्ची वाला सट्टा कहते थे. उसका बड़ा काम काज इंदौर में भी होता था. सट्टा व्यापार अब ऑनलाइन हो गया है. पर्ची सट्टा अब पूरी तरह से बंद हो गया है. इंदौर में भी अब ऑनलाइन सट्टा पनप चुका है.

क्रिकेट के साथ अन्य चीजों पर भी लगता है सट्टा

इंदौर के सट्टेबाज इस तरह सक्रिय हैं कि वह क्रिकेट तक ही सीमित नहीं रहे. इंदौर की बात करें तो जहां पहले इंदौर में अधिकतर सट्टा क्रिकेट मैच पर लगता था तो वहीं अब ऑनलाइन सट्टा होने के कारण इंदौर के लोग क्रिकेट के साथ ही फुटबॉल, बैडमिंटन और अलग-अलग खेलों में सट्टा लगाते हैं. खेल के अलावा इंदौर में सोने-चांदी के भाव पर भी सट्टा लगाया जाता है.

विभिन्न ऐप के माध्यम से आसान हुई सट्टेबाजी

आज मोबाइल में विभिन्न तरह के ऐप मौजूद हैं. इन ऐपों में सट्टे लगाने वाले ऐप भी हैं. जिनमें धनराशि जमा कर सट्टा लगाया जाता है. क्रिकेट, फुटबॉल और भी अन्य खेलों पर सट्टा लगाया जाता है. आज मार्केट में लगभग 10 से 12 प्रचलित इस तरह की ऐप मौजूद हैं, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति आसानी से सट्टा लगा सकता है. इनके अलावा और भी ऐप हैं, जिन पर लोग सट्टा खेल रहे हैं.

Last Updated : Aug 12, 2021, 8:17 PM IST
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