इंदौर। लॉकडाउन 4.0 में कुछ रियायत दी गई है, जिसके बाद जिले में कई फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति मिली है. फैक्ट्री के खुलने के बाद पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी की बिजली खपत में अचानक से इजाफा हुआ है. लॉकडाउन होने के कारण जो फैक्ट्रियां बंद थीं, उनके कारण पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी की बिजली खपत औसत हो रही थी, लेकिन रियायत मिलने के बाद फैक्ट्री और अन्य चीजों को मिली राहत के कारण पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी की बिजली की आपूर्ति में बढ़ोतरी हुई है और यह बढ़ोतरी 78 लाख यूनिट तक पहुंच चुकी है. इस तरह से पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी की बिजली की मांग 50 मेगावाट से बढ़कर 372 मेगावाट तक पहुंच चुकी है.
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान फैक्ट्री व अन्य चीजें बंद थी, जिसके कारण पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी की बिजली की मांग 245 मेगावाट तक घट गई थी, लेकिन चौथे लॉकडाउन में फैक्ट्री और अन्य कामकाज शुरू होने के कारण इसकी मांग बढ़कर 78 लाख यूनिट हो गई और यह बढ़कर 372 मेगावाट तक पहुंच चुकी है.
वहीं आने वाले समय में भी पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी की बिजली की खपत बढ़ने वाली है. क्योंकि धीरे-धीरे और कई जगह फैक्ट्री चालू होने की उम्मीद है. पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर रखी हैं और कई जगह पर रेवेन्यू पर भी ध्यान दिया जा रहा है.
कई जोनों में अब केस काउंटर भी शुरू हो चुके हैं. जिसके कारण पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी में भी बढ़ोतरी होती नजर आ रही है. फिलहाल आने वाले समय में पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी रेवेन्यू को भी तेज कर सकती है, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान कंपनी ने वसूली भी नहीं की थी. जिसके कारण कई जगह पर अब वसूली अभियान में तेजी लाई जा सकती है.