इंदौर: सांवेर विधानसभा क्षेत्र के 190 गांवों में प्रत्येक घर में नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल पहुंचेगा. इसके लिये जल जीवन मिशन के अंतर्गत 13296 लाख रुपये से अधिक की मंजूरी केंद्र सरकार से मिल गई है. सांवेर विधानसभा के 190 गांव के प्रत्येक घरों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रत्येक घर को नल कनेक्शन के माध्यम से जल प्रदाय किया जाएगा. इस मंजूरी के बाद सांवेर केंद्र सरकार से नल जल योजना के लिए इतनी बड़ी राशि प्राप्त करने वाला पहला विधानसभा क्षेत्र बने गया है.
सांवेर विधानसभा क्षेत्र में कुल 205 गांव हैं, जिसमें से 143 सांवेर विकासखंड और 62 इंदौर विकासखंड के गांव शामिल है. सांवेर विधानसभा क्षेत्र की 190 ग्रामों की नलजल योजनाएं जल जीवन मिशन के अंतर्गत लागत 13296.28 लाख रुपये की स्वीकृति हो चुकी है. शेष 15 योजनाएं पहले से स्वीकृत हैं. इन योजनाओं से सभी वर्ग जैसे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं कमजोर वर्ग के प्रत्येक घरों को भी नल से जल प्रदाय किया जायेगा. बता दें पूर्व मंत्री तुलसीराम सिलावट इस विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
पेयजल के लिए 91 योजनाएं
सांवेर विधानसभा क्षेत्र में पूर्व से स्थापित 91 योजनाओं के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इन योजनाओं में भी 100 प्रतिशत घर-घर कनेक्शन करने के लिए जल जीवन मिशन के अंतर्गत योजना स्वीकृत हुई है, जो उपरोक्त योजनाओं में सम्मिलित है. सांवेर विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन अंतर्गत समस्त ग्रामों में 50 हजार 261 नल कनेक्शन दिये जायेंगे, समस्त ग्रामों की नलजल योजनाएं लागत 13296.28 लाख रुपये की निविदाएं आमंत्रित की जा चुकी हैं. वर्तमान में 68 ग्रामों की नलजल योजनाएं लागत 3927.95 लाख रुपये की निविदाएं स्वीकृत हो चुकी हैं. यहां 41 ग्रामों की नलजल योजनाएं लागत 2586.39 लाख रूपये के कार्य के अनुबंध होकर कार्यादेश दिए जा चुके हैं, जिनके कार्य शीघ्र प्रारंभ होने जा रहे हैं
2022 तक घर घर पहुंच जाएगा पीने का पानी
जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांवों के सभी घरों में नल कनेक्शन के लिए केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन मात्र 2022 तक सांवेर विधानसभा क्षेत्र में गांवों के सभी घरों में नल कनेक्शन कर दिए जाएंगे. सांवेर विधानसभा क्षेत्र के सभी स्कूल और आंगनबाड़ियों में भी नलों के माध्यम से छात्रों को पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा. सांवेर विधानसभा प्रदेश का पहला ऐसा क्षेत्र है, जहां के प्रत्येक गांव के लिये जल जीवन मिशन के अंतर्गत नलजल योजना स्वीकृत हो चुकी है.