इंदौर। शहर में बीते 10 सालों से नेहरू उद्यान आने वाले बच्चों द्वारा इस तरह की ट्रेन चलाने की मांग की जा रही थी. महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अपने कार्यकाल के शुरुआत के दौरान ही नेहरू पार्क में उक्त ट्रेन फिर से चलाने की घोषणा की थी. मंगलवार को वंदे भारत ट्रेन के शुभारंभ अवसर पर शहर के नेहरू पार्क में भी छुक छुक ट्रेन कही जाने वाली वंदे इंदौर ट्रेन का शुभारंभ किया गया. इस दौरान मौजूद बच्चों को जनप्रतिनिधियों ने बाकायदा ट्रेन में सवारी भी की. इस ट्रेन के शुभारंभ अवसर पर जब नामकरण का अवसर आया तो एक प्रतियोगिता आयोजित की गई.
पीपीपी मॉडल पर ट्रॉय ट्रेन : नामकरण की प्रतियोगिता के बाद ट्रेन का नाम बच्चों द्वारा वंदे इंदौर रखा गया. महापौर पुष्यमित्र भार्गव के मुताबिक अब इस ट्रेन को वंदे इंदौर के नाम से ही जाना जाएगा. पूर्व में भी नेहरू पार्क में बच्चों की ट्रेन चला करती थी, उसके स्थान पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 3 डिब्बे में 36 लोगों की बैठने की क्षमता की पीपीपी मॉडल पर ट्रॉय ट्रेन चलाई जा रही है. ट्रेन के शुभारंभ अवसर पर महापौर ने कहा कि आज बड़े ही सौभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री द्वारा इंदौर से भोपाल तक वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया गया और इंदौर में आज नेहरू पार्क में लंबे समय बाद बच्चों की टॉय ट्रेन प्रारंभ की जा रही है.
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महापौर ने निभाया अपना वादा : महापौर ने बताया "जब मैं छोटा था तो मेरे पिताजी भी मुझे यहां मेरी जिद पर ट्रेन में बैठने के लिए लाए थे. इसके साथ ही जब मैं पहली बार महापौर के तौर पर नेहरू पार्क स्थित स्मार्ट सिटी ऑफिस में गया, तब मुझे बताया गया कि बच्चों की टॉय ट्रेन बंद है. मैंने कहा था कि मेरे 1 वर्ष के कार्यकाल के पूर्व यह टॉय ट्रेन को चलाई जाए. इस पर स्मार्ट सिटी विभाग के अधिकारियों द्वारा इसका समय सीमा में चयन किया गया." इस अवसर पर सभापति मुन्ना लाल यादव, महापौर प्रतिनिधि भरत पारख, महापौर परिषद सदस्य नंदकिशोर पहाड़िया, अभिषेक शर्मा बबलू, मनीष शर्मा मामा, राजेश उदावत, स्मार्ट सिटी सीईओ दिव्यांक सिंह, अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में बच्चे एवं नागरिक उपस्थित थे.