इंदौर। केंद्रीय पर्यावरण एवं जलवायु मंत्री प्रकाश जावड़ेकर अपने निजी प्रवास के दौरान आज इंदौर पहुंचे. यहां उन्होंने स्थानीय रेसिडेंसी में जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों के साथ इंदौर के स्वच्छता मॉडल को देखने के बाद अधिकारियों के साथ बैठक में हिस्सा लिया. इस दौरान पर से चर्चा में से जावड़ेकर ने कहा कि 'इंदौर शहर ने स्वच्छता की यशोगाथा लिखी है, उन्होंने कहा इंदौर में स्वच्छता के संघर्ष की पूरी कहानी सुनने के बाद अब इंदौर के स्वच्छता मॉडल को वर्कशॉप के जरिए सभी को यहां के मॉडल की जानकारी देंगे.'
इच्छा शक्ति और मेहनत से मिली सफलता
उन्होंने इंदौर की स्वच्छता का श्रेय यहां की राजनीतिक इच्छा शक्ति प्रशासनिक अधिकारियों और सफाई कर्मियों को देते हुए कहा 'यहां के स्थानीय नेता सुमित्रा महाजन, कैलाश विजयवर्गीय, तत्कालीन महापौर आदि की मेहनत का परिणाम है कि इंदौर बीते पांच सालों में सर्वाधिक स्वच्छ शहर घोषित हो सका है.' जावड़ेकर ने कहा कि इंदौर के मॉडल को समझने के लिए यहां एक प्रशिक्षण केंद्र खोलने पर विचार किया जाएगा. यहां के अधिकारी काफी समझदार थे और यहां के नेताओं ने भी बहुत ही सहयोगात्मक रवैया अपनाया जिससे इंदौर स्वच्छता में देश में परचम लहरा पाया.
ये भी पढ़ें-प्रदेश के 25 शहरों में 10 डिग्री से कम तापमान, दतिया में सबसे ज्यादा ठंड
गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर लगातार नंबर वन बन रहा है और हर बार उनकी मेहनत और कर्मचारियों और लोगों के सहयोग से शहर का नाम पूरे देश में रोशन कर रहा है, वहीं इंदौर के स्वच्छता मॉडल को अब हर जगह दिखाने की तैयारी की जा रही है, ताकि हर शहर इस प्रणाली को अपना सके.