इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के तक्षशिला और नालंदा परिसर में अब जंक फूड नहीं बेचे जाएंगे. विश्वविद्यालय के तक्षशिला परिसर में मौजूद कैंटीन में यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार निर्धारित किए गए जंक फूड बच्चों को नहीं बेचे जाएंगे.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय प्रदेश की एकमात्र ए प्लस ग्रेड विश्वविद्यालय है वहीं विश्वविद्यालय यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रभाव डालने वाले जंक फूड को विश्वविद्यालय परिसर में बिक्री पर प्रतिबंध लगा रहा है. विश्वविद्यालय ने जंक फूड के लिए एक सूची भी तैयार की गई है. जिसके लिए एक विशेष कमेटी तैयार की गई थी. विशेष कमेटी ने जंक फूड के निर्धारण कर एक सूची तैयार की गई थी जिसमें समोसा और कचोरी को भी शामिल किया गया था. लेकिन वर्तमान में विश्वविद्यालय के तक्षशिला परिसर के कैंटीन में ये जंक फूड बेचा जा रहा है. जिस पर विश्वविद्यालय जल्द ही कार्रवाई की बात कर रहा है. वहीं विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अनिल शर्मा का कहना है कि छात्रों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ना हो इसलिए परिसर में यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार जंक फूड नहीं बेचा जाएगा.
विश्वविद्यालय अब एक बार फिर नए सिरे से जंक फूड के निर्धारण के लिए कमेटी तैयार कर रहा है जो यह निर्धारित करेगी कि किस खाद्य पदार्थ को जंक फूड की श्रेणी में रखा जाएगा. वहीं इंदौर क्षेत्र में सबसे अधिक प्रचलित समोसा और कचोरी को जंक फूड की श्रेणी से बाहर करने की तैयारी विश्वविद्यालय से की जा रही है.