इंदौर। लंबे समय से चले आ रहे लॉकडाउन के बाद जिला प्रशासन ने शहर के आसपास के 29 राजस्व गांव और ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ उद्योगों और व्यापार को संचालित करने की अनुमति दी है. जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने भी अपने बल में इजाफा किया है. इसी के मद्देनजर इंदौर में बुधवार को आरएएफ की दो कंपनियों को बुलाया गया, जिसे फिलहाल बतौर रिजर्व फोर्स रखा गया है.
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में लंबे समय से आर्थिक गतिविधियां बंद थी. लेकिन अब धीरे-धीरे शहर में उद्योग-धंधे शुरू करने की परमिशन दी जाने लगी है. इसके साथ ही शहर में सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए स्थानीय पुलिस बल के साथ होमगार्ड के जवानों और नगर सुरक्षा समिति के लोगों को भी चौराहों पर तैनात किया गया था, लेकिन अब इंदौर शहर में पुलिस अपनी सख्ती को बढ़ाने जा रही है.
किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए इंदौर में आरएएफ की दो कंपनियों को बुलाया गया है. फिलहाल ये कंपनी रिजर्व बल के तौर पर इंदौर में रहेंगे जिन्हें जरूरत के मुताबिक पुलिस बल और होमगार्ड के जवानों के साथ तैनात किया जाएगा.
इंदौर में लगातार बढ़ रही कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या को कंट्रोल करने के लिए पुलिस अब सख्ती बरतने की कोशिश कर रही है. वहीं आने वाले समय में त्योहारों के मद्देनजर भी शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है.