इंदौर(indore)। महू के समीप मानपुर के कलिकिराय पंचायत क्षेत्र में आने वाली अजनार नदी प्रदूषण का शिकार हो गई है. जिसमें बीते कुछ महीनों से केमिकल बहाया जा रहा है. जिससे नदी के साथ-साथ किसानों की जमीनें भी प्रभावित हो रही है. इसी के चलते जयस आदिवासी संगठन में आंदोलन कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
प्रदूषण का शिकार अजनार नदी
मानपुर के काली किराय पंचायत क्षेत्र में अजनार नदी के प्रदूषित होने का मामला सामने आया है. जहां बीते दिनों मेघा पाटकर ने इंदौर कमिश्नर कार्यालय में पहुंचकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. जिसके बाद इंदौर कलेक्टर मनीष ने मामले में जांच की बात कही है. लेकिन अब तक दोषियों पर कार्रवाई ना होने के चलते जयस आदिवासी संगठनों के साथ मेघा पाटकर ने रविवार को यहां एक बड़ा आंदोलन किया ओर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.
विरोध कर रहे जयस और आदिवासी संगठन पर मामला दर्ज
हाइवे पर मेघा पाटकर जयस और आदिवासी संगठनों के हाइवे पर आंदोलन करना भारी पड़ गया. प्रदर्शन करने वाले लगभग 600 लोगों पर पुलिस ने धारा 188 ,269 ,270 के तहत मुकदमा दर्ज किया और मामले की जांच शुरू की.
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कचरा और गंदगी से नदी प्रदूषित
कचरा और गंदगी से नदी दूषित हो गई है.अब नदी में भी काई जमी हुई है. नदी इतनी दूषित हो गई है कि इसके पास निकलना तक मुश्किल है. कुछ माह पहले एसडीएम ने मुहिम चलाकर नदी के घाट को भी संवारने का कोशिश की थी लेकिन अब यह कोशिश ठंडे बस्ते में चली गई है.
पुलिस और अफसरों पर लगाया दोषियों को बचाने का आरोप
प्रदर्शन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन और पुलिस पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है. स्थानीय आदिवासियों ने एसपी से कहा कि टीआई ने इस मामले के असली दोषियों को बचाने की कोशिश कर रहा है. एसपी ने टीआई को हटाने की बात कही है. इसके अलावा अगले दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.