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त्योहारों ने बढ़ाई व्यापारियों की उम्मीद, कई तैयारियों के साथ मैदान में कंपनियां

प्रदेश में जैसे-जैसे त्योहार आ रहे हैं, वैसे ही अब व्यापारियों को एक उम्मीद की किरण भी दिखने लगी है. बाजार में धीरे ही सही लेकिन उत्साह का रंग दिखाई दे रहा है. व्यापारियों को उम्मीद है कि त्योहार उनके व्यापार को एक बार फिर पटरी पर लाने में मददगार साबित होंगे.

Diwali of expectations
उम्मीदों की दिवाली
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Published : Nov 11, 2020, 8:19 PM IST

इंदौर। प्रदेश में जैसे-जैसे त्योहार आ रहे हैं, वैसे ही अब व्यापारियों को एक उम्मीद की किरण भी दिखने लगी है. बाजार में धीरे ही सही लेकिन उत्साह का रंग दिखाई दे रहा है. व्यापारियों को उम्मीद है कि त्योहार उनके व्यापार को एक बार फिर पटरी पर लाने में मददगार साबित होंगे. नवरात्रि से शुरू हुए व्यापार के लिए ऑटोमोबाइल सेक्टरों के साथ ही कई अन्य व्यापारिक संगठनों ने भी खास ऑफर बनाए हैं. जिससे लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके.

उम्मीदों की दिवाली

इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमोबाइल सेक्टर ने इन त्योहारों के लिए खास तैयारियां की हैं. पिछले 6 महीने से बंद पड़े या व्यापार में तेजी दिखाई दे रही है और सिर्फ नवरात्रि के 8 दिनों में ही 3000 से ज्यादा गाड़ियां इंदौर शहर में बिक चुकी हैं, वहीं मालवा के रेडीमेड कारोबार में एक बार फिर व्यापार गति पकड़ रहा है.

इंदौर के अलग-अलग बाजारों में वर्तमान स्थिति
कोरोना संक्रमण के कारण सबसे ज्यादा असर ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर पर पड़ा है. पिछले 6 महीने से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेंटर पूरी तरह से बंद हैं और कई ऑटोमोबाइल के सेंटर बंद होने की कगार पर हैं. लेकिन त्योहारों से व्यापारियों को उम्मीदों की एक नई किरण दिखाई दे रही है. 17 अक्टूबर से शुरू हुए नवरात्र त्योहारों के बाद से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टरों में तेजी आई है.

ऑनलाइन मार्केट से बड़ी चुनौती व्यापारियों का व्यापार हो रहा प्रभावित

त्योहारों को देखते हुए मोबाइल कंपनियों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए काफी तैयारी कर रखी है. लेकिन उन्हें कोरोना संक्रमण से ज्यादा चुनौती ऑनलाइन कारोबार से मिल रही है. ऑनलाइन ग्राहकों को मिल रहे ऑफर और सुविधाओं के चलते मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक की दुकानों पर ग्राहकों की संख्या कम ही पहुंच रही है. कोरोना संक्रमण के चलते लोग घर बैठे शॉपिंग पर भी ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. जिसका असर सीधा मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों पर पड़ा है. पिछली बार दिवाली पर शहर के इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट में 10 से 12 करोड़ का व्यापार हुआ था. इस बार व्यापारियों को उम्मीद है कि इतना ही व्यापार बाजार में देखने को मिलेगा, लेकिन ऑनलाइन प्रतिस्पर्धा के चलते सबसे बड़ी चुनौती व्यापारियों को मिल रही है.

6 महीने से बंद पड़े ऑटोमोबाइल सेक्टर में बिकी हजारों गाड़ियां
17 अक्टूबर से शुरू हुए नवरात्र में ऑटोमोबाइल सेक्टर में जबरदस्त उछाल देखा गया था. इंदौर आरटीओ के आंकड़ों की बात करें तो पिछले 8 दिनों में नवरात्र के दौरान 3187 गाड़ियां रजिस्टर्ड हुई हैं. वहीं ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए ऑटोमोबाइल कंपनियों ने भी खास योजनाएं तैयार की है. फिलहाल बाजार में शिथिलता को देखते हुए व्यापारियों ने वाहनों पर ऐसी योजनाओं को लागू किया है. जिसमें ईएमआई 3 महीने बाद शुरू हो, वहीं ऑटोमोबाइल सेक्टर पर फसल खराब होने का असर भी हुआ है. व्यापारियों का मानना है कि किसानों की फसल खराब होने के कारण बाजार में पैसा नहीं पहुंचा है. जिसके कारण यह आंकड़ा अभी कम है, लेकिन दिवाली पर इसमें बढ़ोतरी देखी जा सकती है.

शहर के रेडीमेड बाजार के व्यापार ने भी पकड़ी गति
इंदौर शहर का रेडीमेड बाजार मालवा का सबसे बड़ा रेडीमेड बाजार माना जाता है. यहां पर मौजूद क्लॉथ मार्केट में थोक और खुदरा व्यापारियों की संख्या ज्यादा है और यहीं से पूरे मालवा निमाड़ में कपड़ों की सप्लाई भी की जाती है. हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते बाहर के व्यापारी अभी बाजार में नहीं पहुंचे हैं, लेकिन फिर भी इस बाजार में रोजाना 5 करोड़ का व्यापार हो रहा है. अकेले नवरात्रि में ही इंदौर के क्लॉथ मार्केट में लगभग 40 करोड़ से ज्यादा का व्यापार हुआ है. दिवाली को लेकर कपड़ा बाजार के व्यापारियों को उम्मीद है कि यह बाजार लगभग 200 करोड़ का व्यापार करेगा.


नवरात्र में बाजार पूरी तरह से गुलजार रहे हैं, नवरात्र में व्यापार में भी तेजी नजर आई. नवरात्र के बाद अब दिवाली के लिए बाजार सजकर तैयार हो रहे हैं. कपड़ा बाजार और सराफा बाजार भी नए ट्रेंड के साथ बाजार में हैं. हालांकि व्यापारियों को कोरोना के साथ ऑनलाइन खरीददारी से भी चुनौती मिल रही है.

इंदौर। प्रदेश में जैसे-जैसे त्योहार आ रहे हैं, वैसे ही अब व्यापारियों को एक उम्मीद की किरण भी दिखने लगी है. बाजार में धीरे ही सही लेकिन उत्साह का रंग दिखाई दे रहा है. व्यापारियों को उम्मीद है कि त्योहार उनके व्यापार को एक बार फिर पटरी पर लाने में मददगार साबित होंगे. नवरात्रि से शुरू हुए व्यापार के लिए ऑटोमोबाइल सेक्टरों के साथ ही कई अन्य व्यापारिक संगठनों ने भी खास ऑफर बनाए हैं. जिससे लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके.

उम्मीदों की दिवाली

इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमोबाइल सेक्टर ने इन त्योहारों के लिए खास तैयारियां की हैं. पिछले 6 महीने से बंद पड़े या व्यापार में तेजी दिखाई दे रही है और सिर्फ नवरात्रि के 8 दिनों में ही 3000 से ज्यादा गाड़ियां इंदौर शहर में बिक चुकी हैं, वहीं मालवा के रेडीमेड कारोबार में एक बार फिर व्यापार गति पकड़ रहा है.

इंदौर के अलग-अलग बाजारों में वर्तमान स्थिति
कोरोना संक्रमण के कारण सबसे ज्यादा असर ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर पर पड़ा है. पिछले 6 महीने से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेंटर पूरी तरह से बंद हैं और कई ऑटोमोबाइल के सेंटर बंद होने की कगार पर हैं. लेकिन त्योहारों से व्यापारियों को उम्मीदों की एक नई किरण दिखाई दे रही है. 17 अक्टूबर से शुरू हुए नवरात्र त्योहारों के बाद से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टरों में तेजी आई है.

ऑनलाइन मार्केट से बड़ी चुनौती व्यापारियों का व्यापार हो रहा प्रभावित

त्योहारों को देखते हुए मोबाइल कंपनियों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए काफी तैयारी कर रखी है. लेकिन उन्हें कोरोना संक्रमण से ज्यादा चुनौती ऑनलाइन कारोबार से मिल रही है. ऑनलाइन ग्राहकों को मिल रहे ऑफर और सुविधाओं के चलते मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक की दुकानों पर ग्राहकों की संख्या कम ही पहुंच रही है. कोरोना संक्रमण के चलते लोग घर बैठे शॉपिंग पर भी ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. जिसका असर सीधा मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों पर पड़ा है. पिछली बार दिवाली पर शहर के इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट में 10 से 12 करोड़ का व्यापार हुआ था. इस बार व्यापारियों को उम्मीद है कि इतना ही व्यापार बाजार में देखने को मिलेगा, लेकिन ऑनलाइन प्रतिस्पर्धा के चलते सबसे बड़ी चुनौती व्यापारियों को मिल रही है.

6 महीने से बंद पड़े ऑटोमोबाइल सेक्टर में बिकी हजारों गाड़ियां
17 अक्टूबर से शुरू हुए नवरात्र में ऑटोमोबाइल सेक्टर में जबरदस्त उछाल देखा गया था. इंदौर आरटीओ के आंकड़ों की बात करें तो पिछले 8 दिनों में नवरात्र के दौरान 3187 गाड़ियां रजिस्टर्ड हुई हैं. वहीं ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए ऑटोमोबाइल कंपनियों ने भी खास योजनाएं तैयार की है. फिलहाल बाजार में शिथिलता को देखते हुए व्यापारियों ने वाहनों पर ऐसी योजनाओं को लागू किया है. जिसमें ईएमआई 3 महीने बाद शुरू हो, वहीं ऑटोमोबाइल सेक्टर पर फसल खराब होने का असर भी हुआ है. व्यापारियों का मानना है कि किसानों की फसल खराब होने के कारण बाजार में पैसा नहीं पहुंचा है. जिसके कारण यह आंकड़ा अभी कम है, लेकिन दिवाली पर इसमें बढ़ोतरी देखी जा सकती है.

शहर के रेडीमेड बाजार के व्यापार ने भी पकड़ी गति
इंदौर शहर का रेडीमेड बाजार मालवा का सबसे बड़ा रेडीमेड बाजार माना जाता है. यहां पर मौजूद क्लॉथ मार्केट में थोक और खुदरा व्यापारियों की संख्या ज्यादा है और यहीं से पूरे मालवा निमाड़ में कपड़ों की सप्लाई भी की जाती है. हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते बाहर के व्यापारी अभी बाजार में नहीं पहुंचे हैं, लेकिन फिर भी इस बाजार में रोजाना 5 करोड़ का व्यापार हो रहा है. अकेले नवरात्रि में ही इंदौर के क्लॉथ मार्केट में लगभग 40 करोड़ से ज्यादा का व्यापार हुआ है. दिवाली को लेकर कपड़ा बाजार के व्यापारियों को उम्मीद है कि यह बाजार लगभग 200 करोड़ का व्यापार करेगा.


नवरात्र में बाजार पूरी तरह से गुलजार रहे हैं, नवरात्र में व्यापार में भी तेजी नजर आई. नवरात्र के बाद अब दिवाली के लिए बाजार सजकर तैयार हो रहे हैं. कपड़ा बाजार और सराफा बाजार भी नए ट्रेंड के साथ बाजार में हैं. हालांकि व्यापारियों को कोरोना के साथ ऑनलाइन खरीददारी से भी चुनौती मिल रही है.

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