इंदौर। मध्यप्रदेश सरकार ने 16 ड्राई फ्रूट्स पर मंडी शुल्क लगाया है, जिसके विरोध में व्यापारियों ने कृषि मंत्री से मुलाकात कर अपनी बात रखी. व्यापारियों का कहना है कि पहले ही नोटबंदी और जीएसटी की मार से व्यापार प्रभावित है, जबकि ड्राई फ्रूट्स पर पहले ही कस्टम ड्यूटी व जीएसटी लगाया जा रहा है, इसके बाद मंडी शुल्क थोपना बिल्कुल गलत है, ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश इकलौता राज्य है, व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक ये शुल्क सरकार वापस नहीं लेती, तब तक व्यापारी ड्राई फ्रूट्स आयात नहीं करेंगे.
16 ड्राई फ्रूट्स पर राज्य सरकार ने लगाया मंडी शुल्क, व्यापारियों ने कृषि मंत्री से मिलकर जताया विरोध - कृषि मंत्री सचिन यादव
प्रदेश सरकार ने 16 ड्राई फ्रूट्स पर मंडी शुल्क लगा दिया है, जिसके विरोध में व्यापारियों ने कृषि मंत्री से मुलाकात की और चेतावनी दी है कि जब तक सरकार ये शुल्क वापस नहीं लेती, तब तक ड्राई फ्रूट्स आयात नहीं करेंगे.
इंदौर। मध्यप्रदेश सरकार ने 16 ड्राई फ्रूट्स पर मंडी शुल्क लगाया है, जिसके विरोध में व्यापारियों ने कृषि मंत्री से मुलाकात कर अपनी बात रखी. व्यापारियों का कहना है कि पहले ही नोटबंदी और जीएसटी की मार से व्यापार प्रभावित है, जबकि ड्राई फ्रूट्स पर पहले ही कस्टम ड्यूटी व जीएसटी लगाया जा रहा है, इसके बाद मंडी शुल्क थोपना बिल्कुल गलत है, ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश इकलौता राज्य है, व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक ये शुल्क सरकार वापस नहीं लेती, तब तक व्यापारी ड्राई फ्रूट्स आयात नहीं करेंगे.
Body:मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा 16 तरह के ड्राई फूड्स को कृषि उपज में लेकर उस पर टैक्स लगाने की योजना का विरोध शुरू हो गया है इंदौर में व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल ने कृषि मंत्री सचिन यादव से मुलाकात कर सरकार की इस योजना का विरोध किया व्यापारियों ने मंत्री यादव के सामने अपना विरोध दर्ज करते हुए कहा कि इस टैक्स से उन्हें अत्यधिक नुकसान उठाना पड़ेगा ऐसे में वे इसकी भरपाई नहीं कर पाएंगे दरअसल मध्य प्रदेश देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जो 16 तरह के ड्राई फूड्स को मंडी टैक्स के दायरे में ला रहा है व्यापारियों का साफ कहना है कि यदि ऐसा होता है तो यह टेक्स ना सिर्फ आम आदमी की जेब पर भारी पड़ेगा बल्कि व्यापारियों के लिए भी परेशानी का सबब बन जाएगा इंदौर में सियागंज के व्यापारियों ने मंत्री को यह भी बताया कि बाजारों में ड्राई फ्रूट विदेश से आयात कर सप्लाई की जाती है किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने राजपत्र में अधिसूचना जारी कर 16 ड्राई फ्रूट्स को कृषि उपज मंडी के अंतर्गत लाने का फैसला तो किया है हालांकि इस प्रस्ताव पर आपत्ति के लिए कारोबारियों को कुछ सप्ताह का समय भी दिया गया है सरकार के इस प्रस्ताव से इंदौर के ड्राई फुट कारोबारी परेशान है और सरकार की योजना का विरोध कर रहे हैं कृषि मंत्री सचिन यादव ने इस पूरे मामले पर कहा कि व्यापारियों से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा की जाएगी और उचित फैसला लिया जाएगा
बाईट - रमेश खंडेलवाल, अध्यक्ष, सियागंज होलसेल किराना व्यापारी
बाईट - सचिन यादव, कृषि मंत्री
Conclusion:इंदौर में व्यापारियों ने विरोध करते हुए यह भी कहा कि जीएसटी और नोटबंदी की मार से वे पहले ही परेशान है इसमें यदि सरकार के द्वारा इस तरह के टैक्स लाए जाते हैं तो वह शहर से ड्राई फ्रूट का सप्लाई बंद कर देंगे